Reaction on Article 370/ 35A: पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने धारा 370 और 35 A के हटाते ही लगातार कई ट्वीट कर अपनी नाराजगी जाहिर की है. ट्विटर पर कहा है कि भारत अपने वादों को निभाने में विफल रहा हैै और आर्टिकल 370 और 35ए के हटाने के परिणाम बहुत ही खराब होंगे.
It will have catastrophic consequences for the subcontinent. GOIs intentions are clear. They want the territory of J&K by terrorising it’s people. India has failed Kashmir in keeping its promises.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 5, 2019
महबूबा के मुताबिक, भारत सरकार की मंशा साफ है और केंद्र सरकार के लोगों को आतंकित करना चाह रही है. पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट में लिखा है कि1947 में 2 राष्ट्र के सिद्धांत खारिज करने और भारत के साथ मिलाने के जम्मू एवं कश्मीर नेतृत्व के फैसले का उल्टा असर हुआ। धारा 370 को भंग करने के लिए भारत सरकार का एकतरफा निर्णय गैरकानूनी और असंवैधानिक है.
यह भी पढ़ें: Article 370 और 35A: मोदी सरकार के ऐतिहासिक फैसले को मिला मायावती की BSP का साथ
उन्होंने कहा है कि उपमहाद्वीप के लिए इसके विनाशकारी परिणाम होंगे। भारत सरकार के इरादे स्पष्ट हैं। वे लोगों को आतंकित कर जम्मू एवं कश्मीर का क्षेत्र चाहते हैं। कश्मीर से किए वादे निभाने में भारत नाकाम रहा है।
महबूबा मुफ्ती ने अपने अगले ट्वीट में लिखा है कि मेरे जैसे लोग जो संसद में विश्वास रखते हैं, के साथ धोखा हुआ है.
People like us who placed faith in Parliament, the temple of democracy have been deceived. Those elements in J&K who rejected the 🇮🇳 constitution & sought resolution under the UN have been vindicated. This will exacerbate the alienation Kashmiris feel.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 5, 2019
महबूबा मुफ्ती ने अपने अगले ट्वीट में लिखा है कि मेरे जैसे लोग जो संसद में विश्वास रखते हैं, के साथ धोखा हुआ है. इसके बाद उन्होंने लिखा है कि जो लोग उस समय भारतीय संविधान की रिजेक्ट किया था उनकी बात आज सच हो गई. महबूबा के हिसाब से ये फैसला कश्मीरियों को और दूर करेगा.
महबूबा ने अपने तीसरे ट्वीट में कहा है कि भारत की सरकार बिल्कुल ही क्लियर है. भारत सरकार, देश की एकमात्र मुस्लिम जनसंख्या वाले राज्य की डेमोग्राफी को बदल देना चाहते हैं और अपने ही राज्य में मुस्लिमों को दूसरे पायदान पर लाना चाहते हैं.
GOIs intention is clear & sinister. They want to change demography of the only muslim majority state in India , disempower Muslims to the extent where they become second class citizens in their own state.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 5, 2019
महबूबा मुफ्ती ने अलग ट्वीट में सवाल पूछा है कि जम्मू कश्मीर की जनता को भारत की बात मानकर क्या मिला है?
What did J&K get for acceding to India? Another partition along communal lines? Our special status isn’t a gift bestowed upon us. Its a right guaranteed by the same 🇮🇳 parliament. A contract entered into by J&K leadership & India. Today the very same contract has been violated
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 5, 2019
जिस कांट्रैक्ट के तहत जम्मू कश्मीर भारत के साथ आया था वो आज सरकार ने खत्म कर दिया है. महबूबा का कहना है कि उनका विशिष्ट दर्जा कोई गिफ्ट के तौर पर उन्हें नहीं मिला था बल्कि वो उसी कांट्रैक्ट का हिस्सा था.
जम्मू और कश्मीर में धारा 370 के खत्म होने की अटकलों के बीच, सरकार ने रविवार आधी रात को पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती सहित कई राजनेताओं को नजरबंद कर दिया. मोबाइल और इंटरनेट सेवाओं को ठप कर दिया गया है और स्थानीय केबल टीवी बंद कर दिया गया है.
यह भी पढ़ें: Article 370 और 35A को हटाने का प्रस्ताव गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में पेश किया
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दिया गया है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती की गई है. लाउट स्पीकर से लोगों को घरों से न निकलने की सलाह दी जा रही है. कश्मीर यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं टाल दी गई हैं. सुबह 9:30 बजे से सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक होने जा रही है. बताया जा रहा है कि सरकार धारा 35 ए को हटाने का फैसला कर सकती है. साथ ही परिसीमन को लेकर भी अटकलें लगाई जा रही हैं.
HIGHLIGHTS
महबूबा मुफ्ती ने 370 हटाने पर आज के दिन को बताया काला दिन.
उन्होंने कहा कि भारत अपने वादे निभाने में असफल रहा है.
महबूबा मुफ्ती ने एक के बाद एक किए कई ट्वीट्स, जताई अपनी नाराजगी.
Source : News Nation Bureau