केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विजय माल्या के दावे को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने कभी उससे मुलाकात नहीं की थी। अरुण जेटली ने कहा कि यह बयान तथ्यात्मक रूप से गलत है और यह सच को जाहिर नहीं करता है। उन्होंने कहा कि 2014 के बाद मैंने उन्हें मिलने का समय कभी नहीं दिया इसलिए मेरे साथ उनकी मुलाकात का कोई सवाल ही नहीं उठता है। बता दें कि बुधवार को लंदन में वेस्टमिन्स्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट के बाहर विजय माल्या ने दावा किया कि उसने भारत छोड़ने से पहले मामले के निपटारे के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की थी।
अरुण जेटली ने माल्या के दावों को खारिज कर एक बयान जारी करते हुए कहा, 'हालांकि वह राज्य सभा के सदस्य थे और कभी-कभी सदन में आते थे तो एक बार जब मैं सदन से अपने कमरे के लिए निकल रहा था तो उसने विशेषाधिकार का गलत उपयोग किया। वो मुझे पकड़ने के लिए कदम बढ़ाया और चलते हुए एक वाक्य कहा कि 'मैं समझौते के लिए ऑफर कर रहा हूं।''
अरुण जेटली के बयान के मुताबिक, 'उस वक्त माल्या ने कहा था मैं सेटलमेंट के लिए एक प्रस्ताव बना रहा हूं। मैंने माल्या से कहा, 'मेरे सामने प्रस्ताव रखने का कोई मतलब नहीं है, उन्हें यह प्रस्ताव बैंकों के सामने रखनी चाहिए।' उस दौरान अपने हाथ में जो पेपर लिए हुए थे, मैंने उसे भी नहीं लिया था। इस एक बातचीत के अलावा, जहां उन्होंने राज्य सभा सदस्य के तौर पर अपने विशेषाधिकार का गलत इस्तेमाल किया था। इसलिए उनसे मेरी मुलाकात का कोई सवाल ही नहीं उठता है।'
Finance Minister Arun Jaitley's statement on Vijay Mallya's claim that he met the finance minister before he left. pic.twitter.com/oPrbZoO075
— ANI (@ANI) September 12, 2018
इससे पहले माल्या ने कहा कि वित्त मंत्री से मुलाकात कर देश छोड़ने से पहले बैंकों से सेटलमेंट का ऑफर दोहराया था। उन्होंने कहा कि बैंक ने मेरे सेटलमेंट पत्र पर आपत्ति दायर की थी।
बता दें कि माल्या पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) समेत देश के कुल 13 बैंकों का करीब 9,000 करोड़ रुपये बकाया है। वे भारतीय अदालतों और जांच एजेंसियों द्वारा विभिन्न मामलों के मुकदमे में पेश होने के समन के बावजूद लंदन में हैं।
और पढ़ें : डॉलर के मुकाबल 49 पैसे मजबूत होकर बंद हुआ रुपया, PM मोदी कर सकते हैं वर्तमान स्थिति पर चर्चा
इसके अलावा माल्या के वकील ने दावा किया कि आईडीबीआई बैंक के अधिकारियों को कर्ज में डूबे किंगफिशर एयरलाइन्स के नुकसान के बारे में पूरी जानकारी थी। माल्या के वकील ने कहा कि आईडीबीआई बैंक के अधिकारियों के ईमेल दिखाते हैं कि विजय माल्या पर नुकसान को छुपाने के सरकार के आरोप आधारहीन है।
Source : News Nation Bureau