केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने केंद्र सरकार के खिलाफ धरने पर बैठी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का समर्थन करने पर विपक्ष की आलोचना करते हुए उन्हें 'क्लेप्टोक्रेट्स क्लब' की संज्ञा दी है. जेटली ने मंगलवार को एक ब्लॉग में बनर्जी पर हमला करते हुए उनके कदम को आवश्यकता से अधिक प्रतिक्रिया बताया जिससे वे खुद को विपक्षी दलों के केंद्र में स्थापित कर सकें.
उन्होंने कहा, 'सीबीआई के कोलकाता पुलिस प्रमुख से पूछताछ करने की कोशिश पर उनकी आवश्यकता से अधिक प्रतिक्रिया ने कई मुद्दे खड़े कर दिए हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि एक 'क्लैप्टोक्रैट्स क्लब' अब भारत पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है.'
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल का शारदा चिटफंड घोटाला 2012-13 में सामने आया था और सर्वोच्च न्यायालय ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को उसकी जांच का जिम्मा सौंपा था.
उन्होंने सवाल किया, 'अगर एक पुलिस अधिकारी से पूछताछ होनी है तो यह सुपर इमरजेंसी, संघवाद पर हमला या संस्थानों का विनाश कैसे हो गया?'
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता ने कहा कि बनर्जी कोलकाता में अपने विरोध प्रदर्शन में सभी विपक्षी दलों को इसलिए बुला रही हैं क्योंकि वह प्रधानमंत्री पद के लिए विपक्ष के अन्य दावेदारों का इससे ध्यान हटाना चाहती हैं जिससे वह खुद को भारत में विपक्ष के केंद्र में स्थापित कर सकें.
उन्होंने कहा, 'वे अपने भाषणों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करती हैं लेकिन उनकी रणनीति विपक्ष में उनके दूसरे साथियों का ध्यान भंग करना और खुद को केंद्र में स्थापित करना है.'
सीबीआई की कार्रवाई को सही ठहराते हुए उन्होंने कहा, 'केंद्रीय एजेंसियां और संगठन राज्यों में कानूनी रूप से जांच करते हैं. आज पश्चिम बंगाल में शारीरिक बल प्रयोग कर सीबीआई को उसके अधिकार क्षेत्र के तहत कानूनी रूप से एक अपराध की जांच करने से रोका जा रहा है और उसके अधिकारी को हिरासत में रखा जा रहा है.'
Source : IANS