भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली अब नहीं रहे. अरुण जेटली ने 66 साल की उम्र में एम्स में आखिरी सांस ली. अरुण जेटली को सांस में तकलीफ के चलते नौ अगस्त को एम्स में भर्ती करवाया गया था. कल 10 बजे पार्टी कार्यालय अरुण जेटली का पार्थिव शरीर ले जाया जाएगा. अरुण जेटली का अंतिम संस्कार कल 4 बजे निगमबोध घाट पर होगा. 3 बजे पार्टी ऑफिस से घाट के लिए निकलेंगे.
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अरुण जेटली के निवास पर भी लोगो के आने का सिलसिला शुरू. सुरक्षा बढ़ा दी गई है. बता दें कि जेटली का हाल देखने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के अलावा बीजेपी के कई दिग्गज नेता एम्स पहुंचे थे. 28 दिसंबर 1952 में जन्मे अरुण जेटली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के शासन में कई बड़े पद पर आसीन थे.मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में अरुण जेटली वित्त मंत्री के पद पर थे.
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गृह मंत्री अमित शाह ने जताया दुख
भाजपा के वरिष्ठ नेता और गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के निधन पर गहरा शोक जताया है. अमित शाह ने शोक जताते हुए कहा कि अरुण जेटली के निधन से उन्हें गहरा दुख हुआ है. उन्होंने इसे व्यक्तिगत नुकसान बताया, कहा कि जेटली के निधन से हमने एक वरिष्ठ नेता नहीं, बल्कि परिवार का सदस्य खो दिया है. अरुण जेटली पार्टी नेता ही नहीं बल्कि परिवार के एक बड़े सदस्य के रूप में थे, जो हमेशा पार्टी नेताओं का मार्गदर्शन करते रहते थे.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परिवार से की बात
पीएम नरेंद्र मोदी ने फोन पर बात कर के अरुण जेटली के घर वालो से बात की. पीएम मोदी ने कहा, 'अरुण जेटली जी एक राजनैतिक दिग्गज थे, जो बौद्धिक और कानूनी रूप से मजबूत थे. वह एक मुखर नेता थे जिन्होंने भारत की विकास यात्रा में महत्वपूर्ण योगदान दिया. उनका निधन बहुत दुखद है. उनकी पत्नी संगीता जी तथा बेटे रोहन से भी बात की और संवेदना व्यक्त की.'