चीन ने झांग्हू में आयोजित एशियाई ओलंपिक गेम्स में भारत के खिलाड़ियों को शामिल नहीं करने को लेकर भारत खासे नाराज है. पूर्व खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने इसको लेकर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि चीन के इस व्यवहार से पूरा देश आहत है. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी से इस मामले में कार्रवाई करने की मांग करने की बात है. किरेन रिजिजू ने चीन को साफ शब्दों में यह बता दिया कि अरुणाचल के खिलाड़ियों को एशियाई खेलों में शामिल नहीं करने से अरुणाचल प्रदेश की स्थिति बदल नहीं जाएगी. यह भारत का अभिन्न अंग है और हमेशा रहेगा.
एक मीडिया हाउस से बातचीत में पूर्व खेल मंत्री रिजीजू ने कहा कि चीन के इस बर्ताव से भारत गुस्से में है. पूरा देश आक्रोशित है कि हमारे कि हमारे खिलाड़ियों को एक मौका एशियन गेम्स में प्रदर्शन करने का गंवाना पड़ा. उनके इस तरह का बर्ताव से अरुणाचल की परिस्थिति बदलने वाली नहीं है और ना ही नक्शा बदलने वाला है. बता दें कि चीन दावा करता है कि अरुणाचल भारत का हिस्सा नहीं है. अरुणाचल के लोग अरुणाचल को चीन के साथ किसी भी तरीके से नहीं जुड़ते हैं, न इतिहास में न भविष्य में. अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है. इस स्थिति को किसी तरह से बदल तो नहीं सकते हैं. तो यह बार-बार अरुणाचल को इंडिया का हिस्सा नहीं मानने वाला बयान देते रहते हैं. यह सही तरीका नहीं है.
खिलाड़ियों की मदद करेगी सरकार
किरेन रिजिजू ने आगे कहा कि उन खिलाड़ियों की मदद करेंगे जो तीनों लड़कियां चीन में हो रहे एशियाई गेम्स में शामिल नहीं हो सकींहैं, मैंने उनसे कहा कि चिंता मत करो. आप लोगों के भविष्य को हम देखेंगे. इसके साथ ही उन्होंने दोहराया कि एशियन ओलंपिक काउंसिल और इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी के सामने इस मामले को लेकर चीन का विरोध दर्ज करवाएंगे.
Source : News Nation Bureau