स्थायी निवास प्रमाण पत्र (PRC)के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे 18 छात्रों के समूहों सहित सिविल सोसाइटी संगठन के लोगों ने आज उप मुख्यमंत्री चौना मेन के घर को आग के हवाले कर दिया. जिसके बाद चौना मेन को रविवार सुबह राज्य की राजधानी इटानगर से बाहर नामसई जिला भेज दिया गया है. इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों द्वारा पुलिस स्टेशन और फायर स्टेशन में तोड़फोड़ भी की गई है. बता दें ये सभी राज्य के गैर-अरुणाचल प्रदेश अनुसूचित जनजाति (एपीएसटी) को पीआरसी देने के फैसले के खिलाफ हैं. उन्होंने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति की भी मौत हो गई थी.
गौरतलब है कि प्रदर्शनकारियों ने गैर-अरुणाचलियों को पीआरसी के लिए सरकार द्वारा नियुक्त पैनल की सिफारिशों में बदलाव की मांग करते हुए ईटानगर स्थित सिविल सचिवालय में घुसने की कोशिश की. इसी दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए गोली चला दी. जिससे ईटानगर के कई क्षेत्रों में हिंसा शुरू हो गई थी. भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस ने 21 लोगों को हिरासत में लिया.प्रदर्शन करने वाले संगठनों में अरुणाचल लॉ स्टूडेंट्स यूनियन, ऑल पापुम पारे डिस्ट्रिक्ट स्टूडेंट्स यूनियन, ऑल नेशी स्टूडेंट्स यूनियन, यूनाइटेड अरुणाचल इंडिजिनस पीपुल्स फोरम, ऑल टैगिन स्टूडेंट्स यूनियन और अरुणाचल एंटी करप्शन यूनियन शामिल हैं.
ये भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर: कुलगाम में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, सर्च ऑपरेशन जारी
इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, 'अरुणाचल प्रदेश में पुलिस की गोलीबारी में एक निर्दोष की मौत से मझे काफी दुख हुआ. युवक के परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं. मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग शीघ्र स्वस्थ हो जाएं और अरुणाचल में शांति लौट आए.
वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने अरुणाचल प्रदेश के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. इसे लेकर उन्होंने अरुणाचल के सीएम पेमा खांडू से भी बात की और प्रदेश की स्थिति के बारे में जानकारी ली.
Source : News Nation Bureau