मुंबई के चर्चित आर्यन खान क्रूज ड्रग्स (Aryan khan Drug Case) मामले के गवाह प्रभाकर सैल की मौत हो गई है. सैल के वकील तुषार खंडारे ने बताया कि चेंबूर के माहुल स्थित उनके आवास पर दिल का दौरा पड़ने से प्रभाकर सैल का निधन हो गया. प्रभाकर सैल ही वह शख्स थे, जिन्होंने मुंबई क्रूज ड्रग्स में एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर करोड़ों की रिश्वत लेने का आरोप लगाया था. उन्होंने बताया था कि केपी गोसावी सैम नाम के शख्स से फोन पर बात कर 25 करोड़ रुपए से डील शुरू कर 18 करोड़ में फिक्स करने की बात कर रहा था.
समीर वानखेडे को गंवानी पड़ी थी नौकरी
हाई प्रोफाइल मामले में बॉलीवुड के किंग खान (शाहरुख खान) के बेटे आर्यन खान मुंबई क्रूज ड्रग्स केस देशभर में सुर्खियां बनी थी. दरअसल, समीर वानखेडे ने 2 अक्टूबर 2021 को मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज शिप पर रेड की थी. इस दौरान उन्होंने बॉलीवुड के किंग खान (शाहरुख खान) के बेटे आर्यन खान समेत 9 लोगों को ड्रग्स मामले में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया था. हालांकि, इस दौरान आर्यन खान (ryan Khan) के पास कोई ड्रेस नहीं मिली थी. इसके साथ ही मामले में समीर वानखेड़े (Sameer wankhede) पर बड़ी मात्रा में रिश्वत वसूलने के भी आरोप लगे थे. बाद में उनकी एनसीबी (NCB) से छुट्टी हो गई थी.
सैल के खुलासे के बाद वानखेड़े के खिलाफ शुरू हुई जांच
प्रभाकर सैल ने एनसीबी (NCB) अफसर समीर वानखेड़े पर मुंबई क्रूज ड्रग्स केस में करोड़ों की रिश्वत लेने का आरोप लगाया था. शैल के आरोप के बाद ही समीर वानखेड़े के खिलाफ जांच शुरू हुई थी. इसके साथ ही मामले की जांच कर रही NCB की विजिलेंस टीम ने प्रभाकर सैल को पूछताछ के लिए भी बुलाया था. पूछताछ में प्रभाकर ने दावा किया था कि क्रूज पार्टी रेड के वक्त वो गोसावी के साथ थे. इसके साथ ही उन्होंने बताया था कि केपी गोसावी सैम नाम के किसी शख्स से फोन पर मामले को खत्म करने के लिए डील की बात की थी. उन्होंने बताया था कि डील की बात 25 करोड़ रुपए से शुरू हो कर 18 करोड़ में फिक्स करने की बात हुई थी. वहीं, केपी गोसावी ने एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को रिश्वत देने बात स्वीकार की थी.
ये भी पढ़ें- Nitish जाएंगे राज्यसभा और BJP के ये नेता बनेंगे CM
जमकर हुई थी सियासत
इस मामले में बॉलीवुड के किंग खान (शाहरुख खान) के बेटे आर्यन खान की गिरफ्तारी के मामले ने काफी तूल पकड़ लिया था. महाराष्ट्र सरकार एनसीपी के कोटे से मंत्री नवाब मलिक ने एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. हालांकि, नवाब मलिक ने कहा था कि उनकी लड़ाई किसी के धर्म या जाति से नहीं है, बल्कि नाइंसाफी से है. उन्होंने वानखेड़े पर हमला बोलते हुए कहा था कि एनसीबी मामले को ऊलझाने का काम करती है. जब से वानखेड़े आए हैं, तब से ये धंधा ज्यादा हो रहा है.
HIGHLIGHTS
- दिल का दौरा पड़ने से प्रभाकर की हुई मौत
- मामले में रिश्वत मांगने का हुआ था खुलासा
- वानखेड़े पर करोड़ों की रिश्वत लेने का आरोप