अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने घोषणा की है कि पूर्व प्रधानमंत्री की अस्थियां राज्य के सभी जिलों की मुख्य नदियों में विसर्जित की जाएंगी। 93 वर्षीय अटल बिहारी वाजपेयी का शुक्रवार को दिल्ली के विजय घाट पर अंतिम संस्कार किया गया जहां उनकी बेटी नमिता भट्टाचार्य ने उनको मुखाग्नि दी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कर्मभूमि रहा है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने एक विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि जनभावनाओं का सम्मान करते हुए स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी की अस्थियां प्रदेश के समस्त जनपदों की मुख्य नदियों में प्रवाहित की जाएंगी ताकि राज्य की जनता को भी उनकी अंतिम यात्रा से जुड़ने का अवसर प्राप्त हो सके।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया, 'प्रदेश के जनपद आगरा में यमुना और चंबल, इलाहाबाद में गंगा, यमुना और टोन्स (तम्सा), वाराणसी में गंगा, गोमती और वरुणा, लखनऊ में गोमती, गोरखपुर में घाघरा, राप्ती, रोहिन, कुआनो और आमी, बलरामपुर में राप्ती, कानपुर नगर में गंगा में अस्थियां विसर्जित की जाएंगी।'
इसके अलावा कानपुर देहात में यमुना, अलीगढ़ में गंगा और करवन, कासगंज में गंगा, अम्बेडकर नगर में घाघरा और टोन्स (तमसा), अमेठी में सई और गोमती, अमरोहा में गंगा और सोत, औरैया में यमुना और सिंद्धु, आजमगढ़ में घाघरा और टोन्स, बदायूं में गंगा, रामगंगा और सोत, बागपत में यमुना, हिण्डन और काली नदी, बहराइच में सरयू, घाघरा, करनाली और सूहेली, बलिया में गंगा, घाघरा, गण्डक और टोन्स में अस्थियां विसर्जित होगी।
Ashes of former prime minister #AtalBihariVajpayee will be spread in every river in Uttar Pradesh including Ganga, Yamuna, and Tapti, to respect his grand stature: UP government pic.twitter.com/UC2pW12CIq
— ANI UP (@ANINewsUP) August 17, 2018
वहीं बांदा में केन और यमुना, बाराबंकी में घाघरा और गोमती, बरेली में रामगंगा और अरिल, बस्ती में घाघरा, कूआनो और मनोरमा, बिजनौर में गंगा और रामगंगा, बुलंदशहर और चंदौली में गंगा, चित्रकूट में यमुना, देवरिया में गण्डक, घाघरा और राप्ती, एटा में इसान और इटावा में चंबल और यमुना नदी में अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां विसर्जित की जाएंगी।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 10वीं, 11वीं, 12वीं, 13वीं और 14वीं लोकसभा में 1991 से 2009 तक लखनऊ का प्रतिनिधित्व किया था। दूसरी और चौथी लोकसभा के दौरान उन्होंने बलरामपुर का नेतृत्व किया था।
पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार शाम को 93 वर्ष की उम्र में निधन हो गया था। दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) अस्पताल में उन्होंने शाम 5 बजकर 5 मिनट पर अंतिम सांस ली थी।
Source : News Nation Bureau