बिहार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के कमजोर प्रदर्शन के बाद पार्टी के दो दिग्गज नेता अशोक गहलोत और कपिल सिब्बल इसे लेकर आमने-सामने आ गए हैं. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कपिल सिब्बल पर वार करते हुए कहा कि आंतरिक मसलों को मीडिया में लाने की जरूरत नहीं है.
सीएम गहलोत ने अपने ट्वीट में लिखा, 'कपिल सिब्बल को मीडिया के समक्ष हमारे आंतरिक मुद्दे का जिक्र करने की कोई जरूरत नहीं थी, इससे देश भर में पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है.'
इसके साथ ही एक अन्य ट्वीट में गहलोत ने लिखा, 'कांग्रेस ने 1969, 1977, 1989 और बाद में वर्ष 1996 में विभिन्न संकटों का सामना किया लेकिन हर बार हम अपनी विचारधारा, कार्यक्रम, नीतियों और पार्टी नेतृत्व में विश्वास के चलते मजबूत बनकर उभरे हैं.'
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के कमजोर प्रदर्शन को लेकर कपिल सिब्बल ने सार्वजनिक प्रतिक्रिया दी. सिब्बल ने कहा था कि आत्मचिंतन का समय खत्म हो गया है.एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में कहा कि हमें कई स्तरों पर कई चीजें करनी हैं. संगठन के स्तर पर, मीडिया में पार्टी की राय रखने को लेकर, उन लोगों को आगे लाना-जिन्हें जनता सुनना चाहती है. इसके साथ ही सतर्क नेतृत्व की जरूरत है, जो बेहद एहितयात के साथ अपनी बातों को जनता के सामने रखे. पार्टी को स्वीकार करना होगा कि हम कमजोर हो रहे हैं.
इसे भी पढ़ें: शिक्षक से शिक्षामंत्री तक ऐसा रहा कांग्रेस नेता भंवरलाल मेघवाल का सियासी सफर
उन्होंने आगे कहा कि जिन राज्यों में सत्तापक्ष का विकल्प हैं, वहां भी जनता ने कांग्रेस के प्रति उस स्तर का विश्वास नहीं जताया, जितना होना चाहिए था. लिहाजा आत्मचिंतन का वक्त खत्म हो चुका है. हम उत्तर जानते हैं. कांग्रेस में इतना साहस और इच्छा होनी चाहिए कि सच्चाई को स्वीकार करे.
Source : News Nation Bureau