वाराणसी कोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद के विवादित हिस्से को छोड़कर पूरे परिसर का सर्वे कराने का निर्देश दिया है. कल सुबह यानी सोमवार सुबह 7 बजे एएसआई (ASI) की टीम ज्ञानवापी परिसर का सर्वे करेगी. 16 मई को हिंदू पक्ष के चार वादियों रेखा पाठक, मंजू व्यास, सीता साहू और लक्ष्मी देवी की ओर से कोर्ट में यह सर्वे कराने के लिए अर्जी दी गई थी. जिसमें वजूखाना को छोड़कर बाकी परिसर का एएसआई से सर्वे कराने की मांग की गई थी.
कल सुबह 7 बजे सर्वे होगी
14 जुलाई को कोर्ट की सुनवाई पूरी हुई. इसके बाद कोर्ट ने 21 जुलाई को तामील कराने का निर्देश दिया. इस सर्व के पूरा होने पर हिंदू पक्ष ने खुशी जताई है और कहा है कि अब साफ हो जाएगा कि ज्ञानवापी की हकीकत क्या है? जानकारी के मुताबिक, एएसआई की टीम 20 जुलाई यानी रविवार को वाराणसी पहुंची है. टीम ने पहुंचकर कमिश्नर के साथ बैठक की. अब कल सुबह 7 बजे से एएसआई की टीम ज्ञानवापी परिसर का सर्वे करेगी. एएसआई को सर्वे की रिपोर्ट 4 अगस्त तक कोर्ट में पेश करनी है. इस सर्वे पर मुस्लिम पक्ष की ओर से सर्वे के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है, जिस पर सोमवार को ही सुनवाई होगी.
पूरा मामला क्या है?
अगस्त 2021 में पांच महिलाओं ने वाराणसी कोर्ट के सिविल जज के सामने केस दायर किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्होंने ज्ञानवापी मस्जिद के बगल में श्रृंगार गौरी मंदिर में रोजाना पूजा और दर्शन की इजाजत मांगी थी. महिलाओं की याचिका पर जज रवि कुमार दिवाकर ने कोर्ट के आदेश पर मस्जिद परिसर का एडवोकेट सर्वे कराने का आदेश दिया था, पिछले साल तीन दिन तक सर्वे कराया गया था. इस सर्वे के बाद हिंदू पक्ष के लोगों ने दावा किया था कि शिवलिंग मिल गया है. हालांकि मुस्लिम पक्ष का कहना था कि वो शिवलिंग नहीं है वो फव्वारा है, जो मस्जिद में होता है.
Source : News Nation Bureau