असम के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने कैंसर की बीमारी पर विवादित बयान देकर अपने लिए मुसीबत खड़ी कर ली है। शर्मा ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, 'कुछ लोग कैंसर जैसी घातक बीमारियों से इसलिए ग्रस्त हैं, क्योंकि उन्होंने अतीत में पाप किये हैं और यह 'ईश्वर का न्याय' है।'
उनके ट्वीट के बाद सभी आश्चर्य में पड़ कि मंत्री ने ये क्या बयान दे दिया है। दरअसल, कैंसर बीमारी के लिए उन्होंने जो वजह बताई है, वह बेहद हास्याप्रद और तर्कहीन है।
हेमंत बिस्व सरमा के विवादित बयान के बाद पूर्व वित्त मंत्री व कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने जवाबी ट्वीट कर उन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'असम के मंत्री शर्मा कहते हैं कि कैंसर पापों के लिए ईश्वर का इंसाफ है। व्यक्ति के दल बदलने से भी यही होता है।'
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इसके बाद सरमा भी ट्वीट कर कांग्रेस पार्टी पर हमलावर हो गए। हेमंत बिस्व सरमा ने चिदंबरम पर अपने बयान के गलत बयानी का आरोप लगाया। उनके अनुसार उन्होंने बस यह कहा था कि हिंदू धर्म में यह मान्यता है कि पिछले जन्म के कर्मों से मनुष्य के दु:ख जुड़े हुए हैं।
Sir, please do not distort. Simply I said that Hinduism believe in karmic law and human sufferings are linked to karmic deficiency of past life.Don’t you belief that too?Of course in your party I do not know whether Hindu philosophy can be discussed at all https://t.co/P7CMBIRCYQ
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) November 22, 2017
इसके साथ ही हेमंत बिस्व सरमा ने चिदंबरम से पूछा कि क्या आप यह नहीं मानते हैं? बिल्कुल आपकी पार्टी में मुझे नहीं मालूम कि हिंदू धर्म दर्शन पर बात होती भी है?
Go through my speech. I never said that sin cause cancer.it was a speech to motivate teacher.serve poor or otherwise you may face karmic deficiency and suffer in next https://t.co/H4KfY7M9HQ can not promote human value.religion might.good night https://t.co/YTxbCZZnD9
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) November 22, 2017
बता दें इस टिप्पणी के बाद से शर्मा सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने पर आ गए हैं। मंत्री ने मंगलवार को यहां शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में कहा कि 'जब हम पाप करते हैं तो भगवान हमें सजा देता है।
Teachers are vital to a robust education backbone & I always strive to work towards this ~ after we took over 36039 recruitments done, at an average of about 2120 teachers per month. Today we cereominally distributed appointment letters to 254 newly recruited PG teachers pic.twitter.com/uzNp6GnBQ7
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) November 21, 2017
कई बार हम देखते हैं कि युवाओं को कैंसर हो गया या कोई युवा हादसे का शिकार हो गया। अगर आप पृष्ठभूमि देखेंगे तो आपको पता चलेगा कि यह ईश्वर का न्याय है और कुछ नहीं। हमें ईश्वर के न्याय का सामना करना होगा।
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HIGHLIGHTS
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असम के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्व सरमा कैंसर की बीमारी पर विवादित बयान घिरे
- पाप की वजह से लोगों को कैंसर होते हैं, यह ईश्वर का न्याय है' बयान को विपक्ष ने बताया बेहद हास्याप्रद और तर्कहीन
Source : News Nation Bureau