कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में पूर्वोत्तर भारत में 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' चल रही है. यह यात्रा नागालैंड से होते हुए गुरुवार को असम पहुंची. हालांकि, बीजेपी शासित राज्य असम में पहुंचते ही यह यात्रा विवादों में घिर गई. भारत जोड़ो न्याय यात्रा निर्धारित रूट पर नहीं निकालने पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. यात्रा के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर के बारे में असम पुलिस ने कहा कि गुरुवार को असम के जोरहाट शहर में 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के लिए प्रशासन द्वारा तय किए गए मार्गों से परे जाने और इसके मुख्य आयोजक केबी बायजू के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई हैं.
क्यों दर्ज की गई है FIR?
पुलिस अधिकारी के अनुसार, प्रशासन द्वारा दी गई अनुमति के अनुसार केबी रोड की ओर जाने के बजाय, न्याय यात्रा ने शहर में एक अलग मोड़ ले लिया, जिससे क्षेत्र में "अराजक स्थिति" पैदा हो गई. उन्होंने कहा, ''जैसे ही लोगों की भीड़ अचानक दूसरी तरफ बढ़ी, कुछ लोग गिर गये और भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गयी. स्वत: संज्ञान लेते हुए, न्याय यात्रा और उसके मुख्य आयोजक के खिलाफ जोरहाट सदर पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है. अधिकारी के अनुसार, दर्ज प्राथमिकी में यह भी उल्लेख किया गया है कि "भारत जोड़ो न्याय यात्रा" ने जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित मानदंडों का पालन नहीं किया और सड़क सुरक्षा मानदंडों का भी उल्लंघन किया गया.
कब तक चलेगी यात्रा
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस द्वारा निकाली गई 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' 25 जनवरी तक असम में जारी रहेगी. यह यहां के 17 जिलों में करीब 833 किलोमीटर की यात्रा पूरी करेगी. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में न्याय यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू हुई और 2 महीने बाद 20 मार्च को मुंबई में समाप्त होगी. ये यात्रा 15 राज्यों के 110 जिलों से गुजरते हुए 6,713 किलोमीटर की दूरी पूरी करेगी.
Source : News Nation Bureau