राष्ट्रपति पद के लिए विपक्षी दलों के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) सोमवार को अपने चुनाव प्रचार और समर्थन जुटाने के लिए सोमवार को राजस्थान पहुंचे. यहां उन्होंने कहा कि यह चुनाव बहुत असाधारण परिस्थिति में हो रहा है. देश में घृणा का माहौल पैदा किया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के द्वारा यह माहौल पैदा किया जा रहा है. इस वक्त पूरा समाज इतना बंट चुका है, जितना विभाजन के समय 1947 में भी नहीं बंटा था. सारे प्रयासों के बावजूद गहलोत सरकार से लोग खुश है. चाहे स्वास्थ्य हो या कृषि. उन्होंने कहा कि ईस्टर्न कैनाल प्रोजेक्ट तमाशा बना हुआ है. सिन्हा ने कहा कि सीएम ने दिखाया कि पीएम ने वादा किया, मगर उनके मंत्री मुकर गए, नहर राजनीति का मुद्दा नहीं होना चाहिए, मगर इस पर भी राजनीति हो रही है.
देश में चुनी हुई सरकार को गिराने का खेल चल रहा है
सिन्हा ने कहा कि अब देश में चुनी हुई सरकार को गिराने का एक नया खेल हो रहा है. जहां उनकी सरकार नहीं बनी, वहां सरकार गिराई जा रही है. उन्होंने कहा कि जैसे रात में चोर निकलते हैं कमजोर दीवार देखने के लिए, ठीक उसी तरह ये लोग कमजोर कड़ी देखते हैं. सिंहा ने कहा कि गोवा में कांग्रेस विधायकों को तोड़ा जा रहा है. यह सब राष्ट्रपति चुनाव से पहले हो रहा है. राष्ट्रपति उम्मीदवार सिन्हा ने कहा कि गहलोत सरकार को गिराने की भी कोशिश की गई, मगर सफल नहीं हो सके. उन्होंने कहा कि इस वक्त सतत सावधानी की जरूरत है, नहीं तो वो कभी भी आक्रमण कर सकते है.
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डॉलर की तुलना में रुपए की हालत हो चुकी है पतली
सिन्हा ने कहा कि भारतीय रुपया डॉलर की तुलना में लगातार गिर रही है. 6 साल पहले नोटबंदी हुई. नोटबंदी के बाद आर्थिक विकास सालाना 4 प्रतिशत पर आ गया, जो पहले 8 प्रतिशत था.
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राष्ट्रपति बनने पर हालात सुधारने का किया वादा
राष्ट्रपति पद के विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने कहा कि समाज में घृणा और हिंसा को खत्म करने में समय लगेगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर मैं राष्ट्रपति चुना गया तो संवैधानिक एजेंसियों का दुरुपयोग रोकूंगा. जब मैं पहले भाजपा में था, अब वो भाजपा नहीं रही है. उन्होंने कहा कि मैंने एलके आडवाणी के साथ काम किया है. इस वक्त आडवाणी की स्थिति देखकर दुख होता है.
हिंसा व साम्प्रदायिक द्वेष की वजह से जीत रही है भाजपा
बीजेपी की लगातार जीत पर उन्होंने कहा कि भाजपा हिंसा और साम्प्रदायिक द्वेष की वजह से जीत रही है. उन्होंने कहा कि आम दौर पर देश में राष्ट्रपति के चुनाव आते हैं और निकल जाते हैं. देश में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर बहुत अधिक राजनीति नहीं होती है. सरकार चाहती तो एकराय बन सकती थी, लेकिन सहमति आगे बढ़ाने का कोई गम्भीर प्रयास नहीं किया, जिसकी वजह से मुझे उम्मीदवार बनना पड़ा.
गहलोत ने की सिन्हा की तारीफ
इस मौके पर राजस्थान के सीएम गहलोत ने कहा कि यशवंत सिंहा एक अनुभवी नेता हैं, जिन्हें राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है. मैं यशवंत सिन्हा को तब से जानता हूं, जब मैं पहली बार राजस्थान का सीएम बना था, तब यशवंत सिन्हा केंद्र में मंत्री थे. गहलोत ने कहा कि हमेशा इनका व्यवहार सहयोग भरा रहा. 15 चुनाव हुए राष्ट्रपति के केवल एक बार निर्विरोध निर्वाचन हुआ है. उन्होंने कहा कि ये विचारधारा की लड़ाई है. इस वक्त देश में लोकतन्त्र की धज्जियां उड़ रही है. गहलोत ने कहा कि इस वक्त चुनी हुई सरकारें खरीदी जा रही है. महाराष्ट्र में 50 लोगों को खरीद लिया, लेकिन राजस्थान बच गया. हमारे लोगों को वक्त रहते बात समझ में आ गई, नहीं तो मैं आपके सामने नहीं बैठा होता. देश में हिंसा हो रही है, मगर उनको परवाह ही नहीं है. मैं पीएम और गृह मंत्री अमित शाह से पूछना चाहता हूं कि आज तक पीएम ने देश को सम्बोधित नहीं किया. बिना विचार के अग्निवीर ले आए, सभी दबाव में हैं. उनकी नीति नियत में खोट है.
Source : Lal Singh Fauzdar