पश्चिम बंगाल से संबंध रखने वाले केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के शहीद जवान बबलू संतरा की विधवा ने मंगलवार को कहा कि सरकार पुलवामा हमले का बदला लेने के लिए जो सही समझे वह करे, लेकिन उसे जवानों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करनी चाहिए. हावड़ा जिले के पश्चिम बौरिया के निवासी सीआरपीएफ के हेड कॉन्स्टेबल बबलू संतरा जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले में शहीद हुए थे. मीता संतरा ने कहा, "शहादत का बदला लेने की सरकार की सोच सही है, उन्होंने इसे कर दिया. अगर वे सोचते हैं कि आतंकी शिविरों को खत्म करना सही है, तो वे इसे करें. अगर वे सोचते हैं कि वे पाकिस्तान पर हमला करेंगे तो वे ऐसा करेंगे."
मीता ने कहा कि हालांकि सरकार को प्राथमिकता के आधार पर जवानों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए.
सुरक्षा सुनिश्चित करने में सरकार की विफलता पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, "उन्होंने सीआरपीएफ काफिले में आईईडी जैमर लगाने या उनके लिए सुरक्षित सफर सुनिश्चित के बारे में सोचा तक नहीं. मुझे लगता है कि उन्हें जवानों की सुरक्षा के प्रति अधिक ध्यान देने की जरूरत है."
उन्होंने कहा कि भारत सरकार की यह जिम्मेदारी है कि वह देश के विभिन्न हिस्सों में तैनात सभी रक्षा बलों की सुरक्षा सुनिश्ति करें.
मीता ने कहा, "मुझे लगता है कि युद्ध से केवल जिंदगियां जाएंगी. सबसे जरूरी बात यह है कि किसी को भी यह नहीं भूलना चाहिए कि जवान भी किसी के बेटे, पति, भाई और बहुत कुछ हैं."
शहीद जवान की पत्नी ने कहा कि वर्दीधारी जवान अपने परिवार के पास सुरक्षित लौटने के बारे में सोचता है, लेकिन सरकार उस तरीके से नहीं सोचती.
Source : IANS