माकपा समर्थित छात्र संगठन एसएफआई और डीवाईएफआई के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को यहां पझायनगड़ी में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा की कार रोकने की कोशिश की और उन्हें काले झंडे दिखाते हुए नारेबाजी की जिस पर भाजपा ने ‘कम्युनिस्ट गुंडों’ द्वारा सुनियोजित हमले का आरोप लगाया. कार्यकर्ता पिछले सप्ताह मंगलुरू में संशोधित नागरिकता कानून को लेकर चल रहे प्रदर्शनों के दौरान दो लोगों की पुलिस की गोली लगने से मौत की घटना को कवर कर रहे केरल के पत्रकारों को हिरासत में लिये जाने का विरोध कर रहे थे. कन्नूर के पुलिस अधीक्षक प्रतीश कुमार सिन्हा ने मीडिया से कहा, कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री की कार को घेर लिया, नारे लगाये और कार रोकने की कोशिश की.
कुछ लोग कार के आगे आ गये लेकिन पुलिस ने उन्हें हटा दिया. कार को कोई नुकसान नहीं हुआ. पुलिस के अनुसार कांग्रेस केरल स्टूडेंट्स यूनियन और युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भी आज सुबह एक अलग घटनाक्रम में कन्नूर में मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के काफिले को काले झंडे दिखाए. उन्होंने बताया कि इन प्रदर्शनों के सिलसिले में स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई), डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) तथा युवा कांग्रेस के 20 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है. घटना उस समय घटी जब येदियुरप्पा मडायीकावू मंदिर जा रहे थे. येदियुरप्पा को सोमवार को भी तिरुवनंतपुरम में युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाने का प्रयास किया.
केरल के मंदिरों और धार्मिक स्थलों की निजी यात्रा पर आये भाजपा के वरिष्ठ नेता ने उनकी कार रोकने की कोशिश को ‘निहित स्वार्थी तत्वों की साजिश’ तथा ‘घृणित’ कृत्य करार दिया और कहा कि सभी केरलवासियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराना गलत है. येदियुरप्पा ने ट्वीट किया, 'केरल के मंदिर की मेरी यात्रा के दौरान घटी घटना निहित स्वार्थ वाले लोगों की साजिश थी. मेरा शुरू से भगवान पर अत्यंत भरोसा रहा है. यह मेरी निजी यात्रा है. कुछ लोगों के घृणित कृत्य के लिए सभी केरलवासियों को जिम्मेदार ठहराना गलत है. देवों की भूमि पर इस तरह की एक घटना से केरल का सम्मान कम नहीं होना चाहिए.'
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भाजपा ने माकपा नीत एलडीएफ सरकार पर मेहमान मुख्यमंत्री को पर्याप्त सुरक्षा नहीं उपलब्ध कराने का आरोप लगाया और कहा कि घटना सुनियोजित थी. भाजपा की वरिष्ठ नेता और सांसद शोभा करंदलाजे ने आरोप लगाया कि येदियुरप्पा के काफिले पर ‘कम्युनिस्ट गुंडों’ ने हमला किया. उन्होंने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को पर्याप्त सुरक्षा नहीं उपलब्ध कराने के लिए जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने डीवाईएफआई के लोगों को उस वक्त सड़क के बीच में आने में मदद की जब येदियुरप्पा का काफिला कन्नूर पहुंचा. उन्होंने कन्नूर में एक टीवी चैनल से कहा, 'पुलिस की मंजूरी के बिना वे आगे नहीं आ सकते थे.' करंदलाजे ने ट्वीट करके भी केरल की वाम मोर्चा नीत सरकार को आड़े हाथ लिया.
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उन्होंने ट्वीट किया, 'केरल सरकार आज कन्नूर में मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा के काफिले पर कम्युनिस्ट गुंडों के हमले को रोकने में नाकाम रही.' भाजपा सांसद ने ट्विटर पर यह भी लिखा, 'केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इसे गुंडों का राज्य बना दिया है. वह कर्नाटक के मुख्यमंत्री को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने में नाकाम रहे. यह सहिष्णुता के उपदेशकों की सहनशीलता का स्तर दर्शाता है.' केरल के भाजपा महासचिव बी गोपालकृष्णन ने एक बयान में आरोप लगाया कि येदियुरप्पा के काफिले पर हमला सुनियोजित था और राज्य सरकार की इसमें भूमिका थी. पुलिस ने सोमवार को युवा कांग्रेस के 20 कार्यकर्ताओं को मंगलुरू में केरल के पत्रकारों की हिरासत के विरोध में तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने की कोशिश करते हुए भी हिरासत में लिया था. बाद में केरल के टीवी चैनलों के आठ पत्रकारों और कैमरा टीम के सदस्यों को छोड़ दिया गया.
Source : News Nation Bureau