ऑस्ट्रेलिया में 6 अक्टूबर को आगरा के एक 28 वर्षीय भारतीय छात्र पर नस्लीय हमला हुआ. उसके चेहरे, छाती और पेट पर धारदार चाकू से कई बार वार किए गए. फिलहाल, छात्र की हालत गंभीर बतायी जा रही है. जानकारी के मुताबिक, न्यू साउथ वेल्स विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी कर रहे शुभम गर्ग पर हमला तब हुआ जब वह रात करीब साढ़े दस बजे पैसिफिक हाईवे से घर लौट रहे थे.
हत्या के प्रयास के आरोप में एक 27 वर्षीय व्यक्ति डैनियल नॉरवुड को घटनास्थल पर गिरफ्तार किया गया और उसे चैट्सवुड पुलिस स्टेशन ले जाया गया.
हॉर्नस्बी लोकल कोर्ट में पेश होने पर नॉरवुड को जमानत देने से इनकार कर दिया गया. द ऑस्ट्रेलिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, 14 दिसंबर को अगली अदालत में पेशी के साथ वह हिरासत में रहेगा.
द ऑस्ट्रेलिया टुडे ने स्थानीय मीडिया रिपोटरें के हवाले से कहा कि नॉरवुड ने कथित तौर पर गर्ग को पैसे और फोन की मांग करते हुए धमकाया. जब उसने इनकार कर दिया और हमलावर ने उस पर चाकू से कई बार वार किया.
स्थानीय मीडिया रिपोटरें के अनुसार, गर्ग के परिवार ने उनके बेटे पर हमले को नस्लवाद की कार्रवाई बताया. उसके माता-पिता ने कहा कि वे एक सप्ताह से अधिक समय से ऑस्ट्रेलियाई वीजा प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन नहीं मिला.
पीड़िता की बहन काव्या गर्ग ने 12 अक्टूबर को ट्वीट किया, मेरे 28 वर्षीय भाई शुभम गर्ग पर सिडनी, ऑस्ट्रेलिया में चाकू से 11 बार बेरहमी से हमला किया गया और उसकी हालत गंभीर है. हम इस मामले में आपकी तत्काल सहायता चाहते हैं और परिवार के सदस्यों को उसकी देखभाल के लिए आपातकालीन वीजा की मांग करते हैं.
इस बीच आगरा के डीएम नवनीत चहल के हवाले से मीडिया में कहा गया कि पीड़िता के भाई के वीजा आवेदन की प्रक्रिया चल रही है और प्रशासन विदेश मंत्रालय के साथ समन्वय कर रहा है.
चहल ने कहा कि उन्होंने सिडनी में दूतावास के अधिकारियों से वीजा के लिए संपर्क किया है.
Source : IANS