नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतराष्ट्रीय हवाईअड्डे को अपने नए टर्मिनल 2 पर ड्रोन का उपयोग करके फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी करने की अनुमति दे दी है. इससे पहले 31 अक्टूबर को हवाईअड्डा प्राधिकरण ने ड्रोन के इस्तेमाल की अनुमति मांगी थी. मंत्रालय ने 4 नवंबर को जारी अपने आदेश में कहा है, हवाईअड्डा प्राधिकरण को गृह मंत्रालय और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) से रेड जोन में ड्रोन संचालन के संबंध में और संबंधित हवाई यातायात नियंत्रण प्राधिकरण से अपना उद्देश्य पूरा करने के लिए हवाई क्षेत्र की मंजूरी के संबंध में अनुमति लेनी होगी.
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि एमएचए, सीआईएसएफ और संबंधित एटीसी प्राधिकरण से अनुमति के नियमों और शर्तो के अनुरूप अनुमति दी गई. अनुमति जारी होने की तारीख से एक महीने की अवधि के लिए या अगले आदेश तक वैध होगी. ड्रोन अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों और लोक कल्याण में कई लाभ प्रदान करते हैं. इनमें - कृषि, टीका वितरण, ग्रामीण संपत्ति मानचित्रण, खोज और बचाव, निगरानी, परिवहन, रक्षा और कानून प्रवर्तन आदि शामिल हैं.
विभिन्न सरकारी सेवाओं के लिए ड्रोन का उपयोग किया जा रहा है, विशेष रूप से भारत में दूरस्थ और दुर्गम क्षेत्रों में. सरकारी एजेंसियों ने कोविड-19 के दौरान भीड़ की निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया है. इसके अलावा टिड्डी विरोधी अभियान, स्वामित्व योजना के तहत ग्रामीण आवासीय संपत्तियों का मानचित्रण, उत्तर भारत और पूर्वोत्तर क्षेत्र के पहाड़ी राज्यों में चिकित्सा सामग्री की आपूर्ति में भी ड्रोन का इस्तेमाल किया जाता है.
Source : IANS