लोकतांत्रिक जनता दल (LJD) के अध्यक्ष शरद यादव ने न्यूज़ नेशन से बातचीत में कहा कि भले ही आज से पहले सर्वोच्च न्यायालय, इलाहाबाद उच्च न्यायालय और केंद्र सरकार ने हिंदू और मुस्लिम पक्षकारों के बीच राम मंदिर बाबरी मस्जिद विवाद पर मध्यस्थता की कोशिश की हो, लेकिन बातचीत को एक मौका और देना चाहिए. इस बार सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया गया है. 8 सप्ताह का वक्त भी मिला है मुझे लगता है कि बातचीत से इस मसले का हल निकलना सबसे बेहतर रहेगा.
यह भी पढ़ें- अयोध्या भूमि विवाद : पढ़ें सुप्रीम कोर्ट के आदेश की 7 बड़ी बातें
शरद यादव ने आगे कहा कि बाहरी सुरक्षा से ज्यादा महत्वपूर्ण आंतरिक सुरक्षा है, पुलवामा आतंकवादी हमले की जांच केंद्र सरकार को करनी चाहिए. कैसे कश्मीरी युवक इस आंतकी घटना में लिप्त हुए? कैसे आतंकवादी हमले के लिए आरडीएक्स पहुंचा? इन सभी की जांच जरूरी है. वह सरकार ही और थी जो जांच से पहले अपनी गलतियां मानती थी, लेकिन सरकार को इस हमले की जांच तो करनी ही चाहिए.
यह भी पढ़ें- पाकिस्तान से तनाव पर बोले फारुख अब्दुल्ला, हमारे सिर पर युद्ध मंडरा रहा है
बता दें कि कांग्रेस ने अपनी पहली सूची में उत्तर प्रदेश के 11 उम्मीदवारों का ऐलान किया है. सपा बसपा और राष्ट्रीय लोक दल का गठबंधन हो चुका है, जिसमें कांग्रेस को शामिल किए जाने की कवायद भी चल रही है, लेकिन इस पर शरद यादव ने कहा कि कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.
Source : News Nation Bureau