अयोध्या विवाद को लेकर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने कहा है कि भगवान राम पूरे विश्व के हैं केवल हिंदुओं के नहीं हैं. इसलिए इस मुद्दे को कोर्ट में सुलझाने के बजाए बातचीत कर सुलाझाया जाना बेहतर होगा. अब्दुल्ला ने कहा, 'इस मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए और लोगों के साथ मेज पर बैठकर बातचीत से सुलझाया जाना चाहिए. इस मुद्दे को कोर्ट में क्यों घसीटा जा रहा है? मुझे पूरा विश्वास है कि इसे बातचीत से सुलझाया लिया जाएगा. भगवान राम पूरे विश्व के हैं केवल हिंदुओं के नहीं.'
अब्दुल्ला ने आगे कहा, 'भगवान राम से किसी को बैर नहीं है न होना चाहिए, कोशिश करनी चाहिए सुलझाने की और बनाने की. जिस दिन यह हो जाएगा मैं भी एक पत्थर ले जाऊंगा. जल्दी समाधान होना चाहिए.'
Farooq Abdullah on Ayodhya issue: Bhagwan Ram se kisi ko baer nahi hai na hona chahiye. Koshish karni chahiye suljhane ki aur banane ki. Jis din ye ho jayega main bhi ek patthar lagane jaaonga. Jaldi samadhaan hona chahiye https://t.co/eIBPpvpr8G
— ANI (@ANI) January 4, 2019
गौरतलब है कि शुक्रवार को सर्वोच्च अदालत ने कहा कि अयोध्या जमीन विवाद मामले पर 2010 के इलाहाबाद उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं की सुनवाई नई बेंच करेगी. मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई और न्यायमूर्ति संजय कृष्ण कौल की पीठ ने कहा कि अगले आदेश 10 जनवरी को गठित होने वाली बेंच जारी करेगी.
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इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने 2010 में विवादित अयोध्या जमीन को राम लला, निर्मोही अखाड़ा और सुन्नी वक्फ बोर्ड तीनों पक्षों में बराबर बांटने का फैसला सुनाया था.
Source : News Nation Bureau