Ayodhya Supreme Court Verdict : आज सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) अयोध्या मामले ( Ayodhya Verdict) पर अपना फैसला सुनाने जा रहा है. ऐसे में पूरे देश की नजर कोर्ट के फैसले पर टिकी हुई है. सुप्रीम कोर्ट यह एतिहासिक फैसला सुबह साढ़े दस बजे सुनाएगा, जिसे देखते हुए देशभर में अलर्ट जारी कर दिया गया है. उत्तर प्रदेश को छावनी में बदल दिया गया है. हर जिले में भारी पुलिस फोर्स तैनात है. फैसला आने में अब कुछ ही देर शेष बची है. ठीक साढ़े दस बजे से फैसला पढ़ा जाना शुरू हो जाएगा. इस बीच सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. केंद्र ने उत्तर प्रदेश की मदद के लिए चार हजार अर्धसैनिक बल भेजे हैं. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर गृह मंत्रालय ने 40 कंपनी अतिरिक्त सुरक्षा बल उत्तर प्रदेश को उपलब्ध कराए हैं. उत्तर प्रदेश में तत्काल प्रभाव से धारा 144 लागू कर दी गई है.
यह भी पढ़ें ः Ayodhya Verdict: अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले PM मोदी ने लोगों से की ये अपील
इस बीच उत्तर प्रदेश के एडीजी अभियोजन आशुतोष पाण्डे की ओर से कहा गया है कि अयोध्या में भक्त रामलला के दर्शन कर सकते हैं. भक्तों के मंदिर जाने पर कोई भी प्रतिबंध नहीं है. वहां के बाजार खुले हुए हैं और जनजीवन पूरी तरह से सामान्य बना हुआ है. आशुतोष पाण्डे ने बताया कि अर्द्धसैनिक बल, आरपीएफ और पीएसी की 60 कंपनियों की तैनाती कर दी गई है. 1200 पुलिस कांस्टेबल, 250 सब-इंस्पेक्टर, 20 डिप्टी एसपी और दो एसपी की तैनाती की गई है. सुरक्षा निगरानी के लिए डबल लेयर बैरिकेडिंग, 35 सीसीटीवी और 10 ड्रोन तैनात किए गए हैं, इससे पूरी निगरानी की जा रही है.
यह भी पढ़ें ः AyodhyaVerdict : सुप्रीम कोर्ट के बाहर धारा 144 लागू, 500 पुलिसकर्मी और तीन कंपनी अर्धसैनिक बल तैनात
प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई (CJI Ranjan Gogoi) की अध्यक्षता में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की संविधान पीठ शनिवार को सुबह 10:30 बजे ऐतिहासिक और देश के सबसे पुराने मुकदमे में फैसला सुनाएगी. अयोध्या मामले पर फैसला सुनाने जा रहे सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ के पांचों जजों प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के साथ जस्टिस एसए बोबडे, डी वाई चंद्रचूड़, अशोक भूषण और एसए नज़ीर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच जजों की संविधान पीठ आज अब से कुछ ही देर बाद फैसला सुनाने जा रही है. बताया जा रहा है कि मुख्य न्यायाधीश (CJI) रंजन गोगोई (Ranjan Gogoi) की सुरक्षा को जेड-प्लस कर दिया गया है. रंजन गोगोई इस मामले के पांच सदस्यीय संविधान पीठ का नेतृत्व कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें ः केंद्र सरकार अयोध्या मामले में आने वाले फैसले का श्रेय नहीं ले सकती : उद्धव
सीजेआई रंजन गोगोई ने शुक्रवार सुबह उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी और पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह के साथ एक घंटे तक बैठक की और उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की जानकारी ली. उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ अफसरों ने उन्हें सुरक्षा तैयारियों से अवगत कराया. केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर योगी सरकार ने शु्क्रवार को ही पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू कर दिया है. अयोध्या को तो छावनी में बदल दिया गया है. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबल गश्त कर रहे हैं. अयोध्या में बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है, जिसमें पीएसी और अर्धसैनिक बलों की 60 कंपनियों (प्रत्येक में 90-125 कर्मियों) की तैनाती की गई है. हालात को काबू में रखने के लिए ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों की भी मदद ली जा रही है.
यह भी पढ़ें ः अयोध्या पर फैसला : सोशल मीडिया पर पोस्ट करते समय आज यह बरतें सावधानी
सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर एक नोटिस के माध्यम से शुक्रवार शाम को जानकारी दी गई कि प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली संविधान पीठ शनिवार सुबह 10:30 बजे अयोध्या भूमि विवाद पर फैसला सुनाएगी. इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने 9 से 11 नवंबर तक प्रदेश के सभी स्कूल-कॉलेजों और शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने की घोषणा कर दी.
यह भी पढ़ें ः अयोध्या यानी जहां पर युद्ध न हो और अवध जहां किसी का वध न होता हो, जानें कुछ खास बातें
अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. आधी रात के बाद से ही सुप्रीम कोर्ट की तरफ जाने वाली भगवान दास रोड को बैरिकेड लगाकर बंद कर दिया गया है साथ ही अत्याधुनिक हथियारों से लैस दिल्ली पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया गया. सुप्रीम कोर्ट के गेटों के बाहर दिल्ली पुलिस के 500 पुलिसकर्मी और तीन कंपनी अर्धसैनिक बलों को तैनात किया जाएगा. सुप्रीम कोर्ट स्टाफ को भी उस ओर नहीं जाने दिया जा रहा. सुप्रीम कोर्ट के आसपास 3 लेयर सिक्योरिटी का इंतजाम किया गया है. दिल्ली के तमाम हिस्सों में सुरक्षा को बढ़ाते हुए पेट्रोलिंग में इजाफा किया.
Source : News Nation Bureau