चीफ जस्टिस को भेजी गई एक पत्र याचिका में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पर अवमानना की कार्रवाई की मांग की गई है. अर्जी में कहा है कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने बयान जारी कर अयोध्या मामले में SC के फैसले को दबाव में लिया गया अन्यायपूर्ण फैसला कहा है. कोर्ट इस पर संज्ञान लें. चीफ जस्टिस को भेजी गई पत्र याचिका में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के इस ट्वीट के हवाला देकर बोर्ड के खिलाफ अवमानना की कार्रवाई की मांग की गई है.
बोर्ड ने अपने ट्वीट में अयोध्या मामले में SC के फैसले को बहुसंख्यको को खुश करने के मकसद से दबाव में लिया गया अन्यायपूर्ण फैसला कहा था. जजों की ईमानदारी और निष्पक्षता पर सवाल उठाया है लिहाजा कोर्ट इस पर संज्ञान लें.
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गौरतलब हैं कि ट्वीट में ऑल इंडिया पर्सनल लॉ बोर्ड की ओर से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि हमारा हमेशा से मानना रहा है कि बाबरी मस्जिद किसी भी मंदिर या किसी हिंदू इबादतगाह को तोड़कर नहीं बनाई गई. हालात चाहे जितने खराब हों हमें हौसला नहीं हारना चाहिए, विपरीत हालात में जीने का मिजाज बनाना चाहिए. इसमें मुसलमानों से अपील की गई है कि वे सुप्रीम कोर्ट के फैसले और मस्जिद की जमीन पर मंदिर के तामीर होने से हरगिज निराश न हों.
Source : News Nation Bureau