आईटी दिग्गज और विप्रो के अध्यक्ष अजीम प्रेमजी ने विप्रो लिमिटेड की 34 प्रतिशत हिस्सेदारी यानी 52,750 करोड़ रुपये (7.5 अरब डॉलर) बाजार मूल्य के शेयर परोपकार कार्य के लिए दान में दे दिए. फाउंडेशन ने अपने बयान में कहा, 'अजीम प्रेमजी ने अपनी निजी संपत्तियों का अधिक से अधिक त्याग कर और धर्माथ कार्य के लिए उसे दान देकर परोपकार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता बढ़ाई है, जिससे अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के परोपकार कार्यो को सहयोग मिलेगा.'
बयान के अनुसार, इस पहल से, प्रेमजी द्वारा परोपकार कार्य के लिए दान की गई कुल रकम 145,000 करोड़ रुपये (21 अरब डॉलर) हो गई है, जो कि विप्रो लिमिटेड के आर्थिक स्वामित्व का 67 प्रतिशत है.
दुनिया में सॉफ्टवेयर की प्रमुख कंपनी विप्रो के अध्यक्ष अजीम प्रेमजी को पिछले साल नवंबर में फ्रांस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्रदान किया गया था. भारत में फ्रांस के राजदूत अलेक्जेंडर जिग्लर ने प्रेमजी को फ्रांस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'शेवलियर दे ला लीजन द ऑनर (नाइट ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर)' से सम्मानित किया था.
जिग्लर ने कहा था, 'प्रेमजी को यह सम्मान भारत के सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग, फ्रांस में उनके आर्थिक कार्य और बतौर परोपराकारी अजीम प्रेमजी फाउंडेशन और अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी के जरिए समाज को उनके योगदान के लिए प्रदान किया गया है.'
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बेंगलुरू के 73 वर्षीय अरबपति उद्योगपति की कुल संपत्ति 15.6 अरब डॉलर है और उन्होंने 8 अरब डॉलर दान में दिया है जो दुनिया में पांचवीं सबसे बड़ी दान की रकम है.
फ्रांस के साथ विप्रो का संबंध पिछले 15 साल से अधिक समय से है और फ्रांस की कई कंपनियां व संगठन इसके ग्राहक हैं. फ्रांस में कंपनी के करीब 65 फीसदी कर्मचारी स्थानीय नागरिक हैं.
Source : IANS