मॉनसून सत्र में असम नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (NRC ) के मुद्दे पर जहां तीन दिन हंगामे की भेंट चढ़ गए, वहीं शनिवार को पतंजलि समूह के सह-संस्थापक और योग गुरु बाबा रामदेव ने इस मुद्दे पर तीखा बयान दिया है। बाबा रामदेव ने संसद में मॉनसून सत्र के दौरान असम एनआरसी मुद्दे और रोहिंग्या शरणार्थियों को देश से बाहर करने को लेकर आवाज उठाई।
बाबा रामदेव ने कहा कि अगर देश में लगातार घुसपैठियों की संख्या में बढ़ोतरी होती रही तो देश में 10 कश्मीर बन जाएंगे।
एनआरसी मुद्दे पर बोलते हुए बाबा रामदेव ने कहा, 'लगभग तीन-चार करोड़ लोग भारत में अवैध तरीके से रहते हैं, इसमें रोहिंग्या के रूप में और आ गए हैं। रोहिंग्या लोगों को गलत तरीके से ट्रेनिंग दी गई है।'
उन्होंने कहा, ' अगर देश से रोहिंग्या को वापस नहीं भेजा गया तो यहां पर 10 कश्मीर और तैयार हो जाएंगे।'
इससे पहले गृह राज्य मंत्री ने भी कहा था, 'बड़ी संख्या में रोहिंग्या जम्मू-कश्मीर में शरणार्थी के तौर पर रह रहे हैं। देश की आंतरिक सुरक्षा को उनसे खतरा है और सुरक्षा से सरकार समझौता नहीं कर सकती।'
और पढ़ें: NRC को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त रावत का बड़ा बयान, असम में सिर्फ भारतीय को ही वोट देने का अधिकार
गौरतलब है कि असम में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) में 40 लाख लोगों को शामिल न किए जाने के मुद्दे के बीच रोहिंग्या शरणार्थियों का मुद्दा भी उठा था, जिस पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि भारत सरकार इस विषय पर लगातार म्यांमार से बात कर रहा है।
बता दें कि राजनाथ सिंह ने फरवरी 2018 में जारी अडवाइजरी का जिक्र कर राज्य सरकारों से रोहिंग्याओं पर नजर रखने की अपील की थी।
Source : News Nation Bureau