Babri Masjid Demolition Case Verdict पर आज लखनऊ की एक स्पेशल अदालत बड़ा फैसला सुनाने जा रही है. इस केस के मुख्य आरोपियों में से एक रामजन्मभूमि न्यास के सदस्य रामविलास वेदांती (Ram Vilas Vedanti) ने फैसले से पहले कहा कि उन्होंने बाबरी ढांचे को तुड़वाया है और इसके लिए अगर उन्हें फांसी भी होती है तो वह तैयार हैं.
यह भी पढ़ेंः अयोध्या ढांचा विध्वंस मामला LIVE: जेल जाने को तैयार, राम के काम आने का गर्व- आरोपी पवन पांडे
रामविलास वेदांती ने फैसले से पहले मीडिया के बातचीत में कहा कि हमको विश्वास है कि मंदिर था, मंदिर है और मंदिर रहेगा. हमने उस ढांचा को तुड़वाया, उस खंडहर को तुड़वाया, इसके लिए हमको गर्व है. ढांचा तुड़वाने के आरोप में, खंडहर तुड़वाने के आरोप में यदि फांसी होती है यदि आजीवन कारावास होता है तो हम रामलला के लिए जेल जाने और फांसी चढ़ने को भी तैयार हैं लेकिन रामलला को छोड़ने को तैयार नहीं हैं. उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम का जन्म हुआ, बाबर कभी अयोध्या आया ही नहीं फिर बाबरी मस्जिद कैसे बन गई. यह प्रश्न ही नहीं उपस्थित होता है. इसलिए हमने 2005 में एक महीने की गवाही में सिद्ध किया था कि जहां रामलला विराजमान हैं वही राम की जन्मभूमि है.
यह भी पढ़ेंः अयोध्या के बाद कृष्ण जन्मभूमि से भी हटेगी मस्जिद? सुनवाई आज
28 साल बाद आएगा फैसला
6 दिसंबर 1992 को बाबरी विध्वंस के मामले में आज सीबीआई की स्पेशल कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी. इस मामले में बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani), मुरली मनोहर जोशी (Murli Manohar Joshi), उमा भारती (Uma Bharti) समेत 32 लोगों को आरोपी बनाया गया है.
Source : News Nation Bureau