भारत की विमानन निगरानी संस्था DGCA ने बोइंग 737 मैक्स जेट पर लगा प्रतिबंध हटा लिया है. गौरलतब है कि 2019 में, भारत ने दो घातक दुर्घटनाओं के बाद बोइंग 737 मैक्स विमान पर प्रतिबंध लगा दिया था. बता दें कि जिसके बाद दो वर्षो तक कंपनी को छानबीन, कारपोरेट उथल-पुथल समेत गतिरोध के साथ वैश्विक नियामकों के सामना करना पड़ा. बहरहाल भारतीय विमानन नियामक DGCA ने भारतीय आकाश में बोइंग 737 मैक्स विमानों को उड़ान भरने की अनुमति दे दी है. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक भारतीय विमानन नियामक DGCA ने भारतीय आकाश में बोइंग 737 मैक्स विमानों को उड़ान भरने की इजाजत भरने की इजाजत दे दी है. बता दें कि इससे पहले अमेरिकी संघीय विमानन प्रशासन (एफएए) ने नवंबर 2020 में बोइंग कंपनी की 737 मैक्स जेट पर लगा हटाकर विमान को उड़ाने की अनुमति दी थी.
इससे पहले 2020 के दिसंबर में ब्राजील में बोइंग 737 मैक्स विमान का उड़ान का संचालन फिर से शुरू किया था. यहां में 2019 की घटनाओं का जिक्र करके बोइंग 737 मैक्स विमान का उड़ान पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक दिसंबर 2020 में प्रतिबंध बाद ब्राजील के साओ पाउलो और पोटरे एलेग्रे के बीच बोइंग 737 मैक्स विमान ने अपनी पहली उड़ान भरी. हालांकि उस दौरान ब्राजील ने बोइंग 737 मैक्स विमान के इस उड़ान के बारे विस्तृत जानकारी सार्वजनिक नहीं की थी.
बता दें कि 2019 के मार्च में भारत सरकार ने बोइंग 737 मैक्स के 8 मॉडल विमानों के परिचालन को अगली सूचना तक निलंबित करने की घोषणा की थी. जो बहरहाल भारत की विमानन निगरानी संस्था DGCA ने बोइंग 737 मैक्स जेट पर लगा प्रतिबंध गुरुवार को हटा लिया है. बता दें कि लायन एयर फ्लाइट 610 (अक्टूबर 2018) और इथियोपियन एयरलाइंस फ्लाइट 302 (मार्च 2019) के क्रैश के बाद बोइंग 737 मैक्स का मार्च 2019 से विश्व के कई देशों में परिचालन पर अगली सूचना तक पाबंदी लगा दी गई थी. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक इन दुर्घटनाओं में तकरीबन 346 से 400 लोगों की जान गई थी.
HIGHLIGHTS
भारत की विमानन निगरानी संस्था DGCA ने
2019 में दो घातक दुर्घटनाओं के बाद लगा था प्रतिबंध