जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने हुर्रियत को शनिवार को एक दिवसीय बैठक सत्र आयोजित करने की अनुमति नहीं दी और अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक को नजरबंद कर दिया. उमर फारूक ने ट्वीट किया, 'एक दिवसीय हुर्रियत कार्यकर्ता/प्रतिनिधि सत्र पर रोक! एक बार फिर नजरबंद कर दिया. हुर्रियत का राजबाग कार्यालय सील. कोई भी राजनीतिक गतिविधि करने की अनुमति नहीं.'
राज्यपाल सत्यपाल मलिक पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'ईमानदार लोकतंत्र के लिए कितना कुछ कर रहे हैं गवर्नर साहब!' अलगाववादी नेताओं के जमावड़े को रोकने के लिए हुर्रियत के राजबाग कार्यालय को बंद कर दिया गया.
बता दे की हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के विरोध के बावजूद जम्मू-कश्मीर में पंचायत चुनाव के छठवें चरण के लिए वोटिंग जारी है. इस चरण में उधमपुर समेत उससे सटे आस-पास इलाकों के लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं. अंतिम चरण के चुनाव के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं और किसी भी आतंकी घटना से निपटने के लिए वोटिंग बूथों पर सेना के जवानों की भी तैनाती की गई है. इससे पहले गुरुवार को जम्मू-कश्मीर में पंचायत चुनाव के लिए पांचवी चरण का वोटिंग हुआ था.
Source : News Nation Bureau