बैंक कर्मचारी संघ और भारतीय बैंक संघ (Indian Bank Association-IBA) के बीच वेतन में 15 प्रतिशत सालाना वृद्धि को लेकर समझौता हो गया है. इस समझौते से बैंकों पर 7,900 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वार्षिक बोझ बढ़ेगा. यह फैसला बैंक प्रबंधन का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठन आईबीए और बैंकों के कर्मचारियों व अधिकारियों की यूनियनों का प्रतिनिधित्व करने वाले यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस (United Forum of Bank Unions-UFBU) के सदस्यों के बीच हुई बैठक में लिया गया. इस फैसले के बाद करीब 8.5 लाख बैंक कर्मचारियों (Bank Employees) को फायदा होने की संभावना है.
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नवंबर 2017 से प्रभावी होगी वेतन में होगी बढ़ोतरी
बैंक यूनियंस और आईबीए के बीच हुये समझौते के मुताबिक यह वेतन वृद्धि नवंबर 2017 से प्रभाव में आयेगी. समझौते के मुताबिक वेतन और भत्तों में सालाना 15 प्रतिशत वृद्धि 31 मार्च 2017 के वेतन बिल के आधार पर दी जायेगी. पे-स्लिप में शामिल मदों के मुताबिक इस पर 7,898 करोड़ रुपये का अतिरिक्त व्यय होगा. सार्वजनिक, निजी और विदेशी बैंकों सहित 37 बैंकों ने अपने कर्मचारियों की वेतन वृद्धि के बारे में निर्णय लेने के लिये आईबीए को अधिकार दिया हुआ है. बता दें कि बुधवार को यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन और इंडियन बैंक एसोसिएशन के बीच 35वीं बार बैठक हुई जिसमें वेतन में बढ़ोतरी को लेकर सहमति बन गई.
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बैठक में बैंक कर्मचारियों के वेतन से NPS में योगदान 14 फीसदी करने का भी निर्णय लिया गया है. बता दें कि मौजूदा समय में यह योगदान 10 फीसदी है. यह आंकड़ा बेसिक पे और महंगाई भत्ते को जोड़कर 10 फीसदी होता है अब इसको बढ़ाकर 14 फीसदी करने का निर्णय लिया गया है. हालांकि अभी इसके लिए केंद्र सरकार से मंजूरी लेना बाकी है. बता दें कि वेतन में बढ़ोतरी का मामला 2017 से चल रहा है. बैंक कर्मचारी यूनियन लगातार वेतन में बढ़ोतरी की मांग कर रहे थे. (इनपुट एजेंसी)