प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 500 और 1000 रुपये के नोट बंद किये जाने की घोषणा ने लोगों को आश्चर्य में डाल दिया है। लेकिन बैंकर्स और उद्योग जगत ने इसे क्रांतिकारी कदम बताया है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की अध्यक्ष अरुंधति भट्टाचार्य ने सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कहा, ' हम एटीएम में जल्द से जल्द नोट डालेंगे और पैसे निकानले की प्रकिया को जल्द से जल्द आसान बनाएंगे। सरकार ने जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त छूट दी हैं। हम 24 घंटे काम करेंगे और इस बात का ध्यान रखेंगे की ग्राहकों का काम आसानी से चलता रहे।'
एचडीएफसी के अध्यक्ष दीपक पारेख ने सरका के फेसले को सही बताते हुए कहा, 'इस बड़े सुधार की उम्मीद किसी को नहीं थी और इसका उन लोगों पर बड़ा असर पड़ेगा जिनके पास पैसा रखा है उसका खुलासा नहीं करते।'
वहीं महिंद्रा समूह के उपाध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने ट्वीट किया, सरकार का फैसला आश्चर्यचजनक है और अद्भुत बात है कि इसे सबसे छुपा कर रखा गया।
जेएसडब्ल्यू समूह के सज्जन जिंदल ने सरका द्वरा लिए गे फैसले को काला धन को रोकने के लिए साहसिक कदम बताया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ भी की। पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने मोदी और केंद्र सरकार की तारीफ करकते हुए कहा, ' यह सर्वश्रेष्ठ तरीका है जो डिजिटल भुगतान में बढ़ोतरी करेगा।'
आईआईएफएल के अध्यक्ष निर्मल जैन ने कहा ' यह एक बहुत शक्तिशाली उपाय है काले धन पर अंकुश लगाने की लिए है। उन्होंने कहा सरकार के इस फैसले से रियल स्टेट पर बड़ा असर पड़ेगा और घर अब सस्ते में मिलेंगे । यह फैसला ईमानदार करदाताओं के लिए एक वरदान की तरह है।'
Source : News Nation Bureau