पश्चिम बंगाल भाजपा ने शुक्रवार को राज्यपाल जगदीप धपखड़ से भेंट की और ममता बनर्जी सरकार पर एक खास समुदाय के ही फंसे लोगों को वापस लाने में रुचि दिखाने तथा कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते देश के विभिन्न हिस्सों से राज्य के प्रवासी श्रमिकों एवं श्रद्धालुओं पर ध्यान नहीं देने का आरोप लगाया. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष की अगुवाई में वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने यहां राज्यपाल से मुलाकात की तथा कोविड-19 संकट से निपटने के राज्य सरकार के तौर तरीके को लेकर शिकायत की.
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तृणमूल कांग्रेस ने यह कहते हुए भाजपा पर पलटवार किया कि संकट की इस घड़ी में उसे सांप्रदायिक राजनीति से बाज आना चाहिए. तृणमूल कांग्रेस पर राज्य के लोगों की जरूरतों के प्रति असंवेदनशील रहन का आरोप लगाते हुए घोष ने दावा किया कि पश्चिम बगाल सरकार ने अजमेर और केरल के एर्णाकुलम से एक खास समुदाय के लोगों को लाने के लिए मात्र दो ट्रेनों का अनुरोध किया है.
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उन्होंने कहा कि इनमें से ज्यादातर लोग धार्मिक तीर्थाटन पर गये थे. घोष ने कहा कि राज्य सरकार ने अन्य राज्यों से फंसे हुए मजदूरों,तीर्थयात्रियों, पर्यटकों एवं विद्यार्थियों को वापस लाने के लिए रेलवे से अतिरिक्त ट्रेन की मांग अब तक नहीं की है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ राज्य सरकार की रुचि बस एक खास समुदाय के लोगों की परेशानियों में है. यह अस्वीकार्य है. राज्य को निष्पक्ष रूप से काम करना चाहिए.’’
Source : Bhasha