पश्चिम बंगाल के भूपतिनगर में NIA टीम पर हुए हमले और उसके बाद टीएमसी नेताओं की ओर से लगाए गए छेड़छाड़ के आरोपों पर अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी NIA का बयान सामने आया है. NIA ने कहा कि, कानूनी कार्रवाई से रोकने की कोशिश की गई.कानून के मुताबिक गिरफ्तारियां की गई. एजेंसी गैर कानूनी कार्रवाई के आरोपों का खंडन करती है. एनआईए ने छेड़छाड़ के आरोपों को खारिज करते हुएइस संबंध में उठे विवाद को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बंगाल के पूर्वी मिदनापुर पुलिस ने एक टीएमसी नेता की पत्नी की शिकायत पर एनआईए टीम और सीआरपीएफ अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज की है. महिला ने आरोप लगाया है कि संबंधित अधिकारियों ने उसके और उसके पति के साथ मारपीट की. इतना ही नहीं महिला ने यौन उत्पीड़न का भी आरोप लगाया है. भूपतिनगर थाने में पुलिस ने जांच एजेंसियों और सीआरपीएफ के अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इससे पहले कल एनआईए ने अपने ऊपर हुए हमले की घटना को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई थी.
चुनाव से पहले एक बड़ी साजिश है- टीएमसी
टीएमसी का आरोप है कि भूपतिनगर में एनआईए की गतिविधि चुनाव से पहले टीएमसी नेताओं को फंसाने की एक साजिश है. NIA की गतिविधि को लेकर टीएमसी नेताओं ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है. टीएमसी का कहना है कि गृह मंत्रालय अमित शाह के निर्देश पर बंगाल भाजपा नेता जितेंद्र तिवारी ने कोलकाता में एनआईए अधिकारी डीआर सिंह से मुलाकात की थी. उन्हें सफेद पैकेट की पेशकश की और टीएमसी नेताओं के खिलाफ साजिश रची.
Source : News Nation Bureau