पिछले महीने बेंगलुरु में क्रैश हुए मिराज 2000 लड़ाकू विमान के दो पायलट शहीद हो गए थे. दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान के ब्लैक बॉक्स डेटा से यह बात सामने आई कि इसमें पायलट की गलती नहीं थे. वायुसेना के सूत्रों के मुताबिक, ब्लैक बॉक्स डेटा ने सेंसर से संबंधित तकनीकी खराबी की ओर संकेत दिया. दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए अदालत में जांच चल रही है. भारत ने बेंगलुरु में दुर्घटनाग्रस्त हुए मिराज 2000 के ब्लैक बॉक्स को क्रैश होने के कारणों का पता लगाने के लिए फ्रांस भेजा था.
इस हादसे में स्क्वाड्रन लीडर समीर अब्रोल और सिद्धार्थ नेगी शहीद हो गए थे. समीर अब्रोल उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के और नेगी उत्तराखंड के देहरादून के रहने वाले थे. इन्हें एक दशक पहले वायुसेना में बहाल हुए थे और दोनों एयरक्राफ्ट एंड सिस्टम्स टेस्टिंग्स इस्टेबलिशमेंट्स (एएसटीई) में टेस्ट पायलट थे.
दुर्घटनाग्रस्त लड़ाकू जेट मूल रूप से फ्रांसीसी एयरोस्पेस प्रमुख दसॅा एविएशन ने बनाया गया था. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विमान रनवे से उड़ान भरने के तुरंत बाद क्रैश हो गया था.
Source : News Nation Bureau