कर्नाटक की राजधानी के पूर्वी हिस्से में 11 अगस्त की रात हुए दंगे की छानबीन जारी है. दंगे में कथित संलिप्तता के आरोप में पुलिस ने और 58 लोगों को गिरफ्तार किया है. एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. बेंगलुरु (पूर्व) के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) एस.डी. शरणप्पा ने यहां आईएएनएस से कहा, "हमने शुक्रवार से लेकर अब तक और 58 लोगों को गिरफ्तार किया है. दंगे में भूमिका रहने को लेकर अब तक 264 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है." पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत 52 मामले दर्ज किए गए हैं.
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ल्लारी बेंगलुरु से 330 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में है
इन पर उस विनाशकारी दिन दंगे में शामिल रहने, आगजनी करने, सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट करने, सोशल मीडिया पर एक अपमानजनक पोस्ट के खिलाफ प्रकट रूप से बवाल मचाने के आरोप हैं. शरणप्पा ने कहा, "गिरफ्तार लोगों में से मुख्य आरोपियों को हमने पूछताछ के लिए अपनी (पुलिस) हिरासत में रखा है, जबकि अन्य शहर के बाहरी इलाके में स्थित केंद्रीय कारागार और बल्लारी जेल में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में बंद हैं. दंगे में उनकी भूमिका की जांच चल रही है."बल्लारी बेंगलुरु से 330 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में है.
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तीन युवकों की मौत हो गई
दंगे के दौरान दो घंटे तक मचाए गए उत्पात में पुलाकेशीनगर विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के आवास और डी.जे. हल्ली थाने में आग लगा दी गई. पुलिस के और सार्वजनिक वाहनों को फूंक दिया गया और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया था. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसूगैस के गोले छोड़े और गोलीबारी की, जिससे तीन युवकों की मौत हो गई. आंसूगैस का गोला लगने से घायल चौथे व्यक्ति ने भी बीते शनिवार को दम तोड़ दिया.