बारिश के बाद बेंगलुरु (Bengaluru) के कई इलाके जलमग्न हैं जिसने तेजी से प्रगतिशील इस शहर के विकास को ठप कर दिया है. लगातार बारिश की वजह से सभी विकास कार्य बाधित है. कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए. वहीं लगातार बारिश से कई आवासीय परिसरों, सड़कों आदि इलाकों में कई फीट पानी भरा हुआ है. कई आईटी पेशेवरों को कार्यालय जाने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है. बेंगलुरु के अधिकांश इलाके पूरी तरह जलमग्न हैं. इस बीच लगातार बारिश होने से आम लोगों को कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ रही है.
बेंगलुरु में लगातार बारिश को लेकर जानें 10 ताजा अपडेट:
1. बाढ़ के तीसरे दिन भी कई इलाके जलमग्न हैं. कुछ प्रमुख सड़कों पर पानी भर जाने से यातायात की गति धीमी हो गई है.
2. एक सप्ताह में दूसरी बार मेगा आईटी हब में बाढ़ के कारण लोगों के ट्रैक्टर और क्रेन में सवार होकर बाढ़ वाली सड़कों के माध्यम से अपने कार्यस्थल पर जाने के लिए विचित्र दृश्य सामने आए हैं.
3. एक 23 वर्षीय महिला की कल जलभराव वाली सड़क पर करंट लगने से मौत हो गई. एक स्कूल के प्रशासनिक विभाग में काम करने वाली अखिला घर लौट रही थी कि उसकी स्कूटी फिसल गई. उसने बिजली के पोल को पकड़ने की कोशिश की और उसे झटका लगा और उसकी मौत हो गई.
4. शहर में जलभराव ने अनियोजित शहरीकरण के परिणामों को ध्यान में लाया है. बेंगलुरु नागरिक निकाय ने 500 नालियों पर अतिक्रमण की पहचान की है, जिससे पूरे शहर में पानी निकासी को अवरुद्ध कर दिया है.
ये भी पढ़ें : केरल और कर्नाटक बाढ़ की चपेट में, दक्षिणी राज्यों में मानसून ने बरपाया कहर
5. कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य की पिछली जेडीएस-कांग्रेस सरकार को स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराया है. समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, मुख्यमंत्री ने कहा, "यह पिछली कांग्रेस सरकार के अनियोजित प्रशासन के कारण हुआ. उन्होंने झीलों और बफर जोन में दाएं, बाएं और सेंटर में करने की अनुमति दी."
6. मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर से पानी निकालने के लिए 1,500 करोड़ रुपये की राशि दी गई है. उन्होंने कहा, 'अतिक्रमण हटाने के लिए और 300 करोड़ रुपये दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि जल निकासी स्थल अतिक्रमण से अवरुद्ध न हों.
7. कई इलाकों में बिजली कटौती की खबर है. मांड्या में एक पंपहाउस में पानी भर जाने से कुछ इलाकों में पानी की आपूर्ति बाधित हो गई है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि पंपहाउस की सफाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि 8,000 बोरवेल प्रभावित क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति करेंगे. बिना बोरवेल वाले क्षेत्रों में टैंकरों से पानी की आपूर्ति की जाएगी.
8. मुख्यमंत्री ने पहले कहा कि बाढ़ से 430 घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं और 2,188 अन्य को आंशिक नुकसान हुआ है. करीब 225 किलोमीटर लंबी सड़कें, पुल, पुलिया और बिजली के खंभे भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
9. बारिश और बाढ़ की स्थिति का अध्ययन करने के लिए एक केंद्रीय टीम आज रात शहर में आने वाली है. मुख्यमंत्री ने कहा, एक ज्ञापन सौंपा जाएगा और उसके बाद सरकार टीम के सदस्यों के साथ बैठक करेगी.
10. मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक दक्षिण और उत्तर आंतरिक कर्नाटक में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है. अगस्त के अंतिम सप्ताह में राज्य में पहले ही 144 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है और चालू माह के पहले पांच दिनों में 51 फीसदी अधिक बारिश हो चुकी है. कर्नाटक में 42 साल में यह सबसे अधिक बारिश है.