कांग्रेस समेत कई अन्य विपक्षी दलों की ओर से पेट्रोल-डीजल के दाम में बेतहाशा बढ़ोतरी को लेकर सोमवार यानी आज पूरे देश में (bharat bandh) बंद बुलाया गया। कई जगह पर इसका असर देखने को मिला तो कई जगह पर बंद बेअसर रहा।
बिहार में भारत बंद ने ले ली मासूम की जान
बिहार (bihar) में एकदिवसीय भारत बंद के दौरान बंद समर्थक कई स्थानों पर रेल और सड़क मार्ग बाधित कर प्रदर्शन किया। जिससे कई क्षेत्रों में यातायात व्यवस्था ठप पड़ गई। राज्य के गया, पटना, भोजपुर, दरभंगा सहित विभिन्न इलाकों में बंद समर्थक सड़क पर उतरे और मूल्य बढ़ोतरी को लेकर केंद्र सरकार के विरोध में नारे लगाए। बिहार में इस बंद में कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), जन अधिकार पार्टी, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा, सभी वामपंथी दल सहित कई अन्य विपक्ष की पार्टियां शामिल हैं। जहानाबाद जिले में एक वाहन के प्रदर्शन दौरान जाम में फंसने से उसमें सवार एक मासूम की मौत हो गई।
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दिल्ली-एनसीआर में मिला-जुला असर
भारत बंद का असर दिल्ली (delhi), गाजियाबाद, नोएडा, फरीदाबाद में मिलाजुला रहा। कांग्रेस, रालोद, सपा कार्यकर्ताओं ने सुबह बाजारों में घूमकर दुकानें बंद कराई। वहीं, कलेक्ट्रेट सहित सभी मुख्य बाजारों में पुलिस बल तैनात थे। कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के नेता और कार्यकर्ता सुबह चौपला मंदिर पहुंचे। वहां सभी ने एकत्रित होकर दिल्ली गेट, डासना गेट, सिहानी गेट और घंटाघर तक रैली निकाली और बीजेपी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध जताया गया। इस दौरान व्यापारियों को दुकानें नहीं खोलने दी गई।
झारखंड में बंद का मिला-जुला असर
झारखंड में भारत बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला। कांग्रेस द्वारा आह्वान किए गए बंद का झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM), झारखंड विकास मोर्चा-प्रजातंत्रिक और वामपंथी दलों ने समर्थन किया है। रांची में स्कूल और कुछ दुकानें बंद हैं। लंबे मार्ग वाली बसें नहीं चल रही हैं और जिला प्रशासन ने निषेधाज्ञा लागू कर दी है। गिरिडीह जिले में वामपंथी दलों के बंद समर्थकों ने सिमरदीह में जीटी रोड जाम कर दिया। दो घंटों के बाद पुलिस ने जाम हटाया। हजारीबाग और जमशेदपुर जिलों में भी बंद का प्रभाव दिखाई दे रहा है। बंद को देखते हुए सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया।
प.बंगाल अप्रभावी रहा बंद
राष्ट्रव्यापी बंद का पश्चिम बंगाल में कोई खास असर देखने को नहीं मिला है। कड़ी सुरक्षा के बीच सड़कों पर बड़ी संख्या में लोगों की मौजूदगी देखी गई और शहर में परिवहन व्यवस्था भी सामान्य रही है। कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने सुबह नौ बजे से पेट्रोल व डीजल कीमतों में वृद्धि और रुपये की गिरावट के खिलाफ बंद आहूत किया था। वहीं, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाले वाम मोर्चा ने भी इन्हीं मुद्दों पर बंद का आह्वान कर रखा था।
कर्नाटक में बंद का मिला-जुला असर
कर्नाटक में भी बंद का मिला-जुला असर रहा। इस बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने सोमवार को कहा कि पेट्रोलियम उत्पादों को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के अंतर्गत लाया जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी सरकार डीजल व पेट्रोल पर सेस घटाने को लेकर विचार कर रही है।
त्रिपुरा में भारत बंद से जन-जीवन प्रभावित
भारत बंद से बीजेपी शासित त्रिपुरा में जन-जीवन प्रभावित रहा। ज्यादातर बाजार, दुकानें और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे और सड़कों पर निजी तथा यात्री वाहन नहीं दिखे। सरकारी कार्यालय और कुछ बैंक खुले रहे, लेकिन वहां उपस्थिति बहुत कम रही। अगरतला आने-जाने वाली उड़ानों और पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे की रेलगाड़ियों में यात्रियों की संख्या कम दिखी। पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) केवी श्रीजेश ने आईएएनएस को बताया कि राज्य में कहीं भी कोई अप्रिय घटना नहीं घटी।
तमिलनाडु में बंद से सामान्य जनजीवन पर कोई असर नहीं
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों द्वारा सोमवार को तेल की बढ़ी कीमतों के विरोध में आहूत किए गए 'भारत बंद' के चलते सामान्य जनजीवन पर इसका कोई असर नहीं है। स्कूल, कॉलेज, निजी व सरकारी कार्यालय पहले की तरह खुले हैं और सड़कों पर सार्वजनिक परिवहन नजर आ रहे हैं, लेकिन कम संख्या में।
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केरल में तेल की बढ़ी कीमतों के विरोध में बंद
तेल की बढ़ी कीमतों के विरोध में केरल में सत्तारूढ़ माकपा और कांग्रेस की अगुवाई में विपक्षी दलों द्वारा सोमवार को आहूत किए गए। बंद का असर देखने को मिला। सार्वजनकि वाहन सड़कों से नदारद रही, वहीं कई जगहों पर निजी वाहन चला गए। जबकि दुकानें, बाजार और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे।
ओडिशा में बंद का रहा असर
ओडिशा में सामान्य जनजीवन पर असर पड़ा।भुवनेश्वर सहित राज्य के अन्य जगहों पर प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। कई जगहों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा सड़क जाम करने से सड़क यातायात पर असर पड़ा। पूरे भारत में बंद की वजह से ट्रेन सेवा भी प्रभावित हुई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भुवनेश्वर, कटक, संबलपुर, राउरकेला, बालांगीर और भद्रक में रेल रोको प्रदर्शन किया। पूर्वी तटीय रेलवे ने राज्य में 12 ट्रेनों को स्थगित कर दिया।
उत्तर प्रदेश में बंद का आंशिक असर
यूपी में बंद का आंशिक असर दिखाई दिया। विपक्षियों के बंद को देखते हुए सरकार की तरफ से सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए थे। लखनऊ में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर, विधायक आराधना शुक्ला सहित अन्य कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सुबह हजरतगंज स्थित दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर में माथा टेककर आंदोलन की शुरुआत की। इसके बाद कांग्रेसियों ने पेट्रोल पंपों पर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। बीजेपी सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए कांग्रेसी पेट्रोल पंपों पर पहुंचे और वहीं धरने पर बैठकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी किया।अमेठी में कांग्रेसियों ने जुलूस निकालकर दुकानें बंद करा दीं। लखनऊ के अलावा अन्य जिलों में भी भारत बंद का मिला जुला असर दिखाई दिया।
पंजाब में फूंका गया पुतला
पंजाब में कांग्रेस पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पूरे राज्य में विरोध-प्रदर्शन किया। प्रदर्शन लुधियाना, अमृतसर, जालंधर, पटियाला, भठिंडा, फिरोजपुर और अन्य शहरों में किए गए। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका।
मिजोरम में नहीं हुआ बंद का असर
कांग्रेस शासित मिजोरम में सोमवार को कहीं भी ‘भारत बंद’ का असर नजर नहीं आया और दुकानें, कार्यालय तथा शैक्षणिक संस्थान खुले रहे।
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Source : IANS