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UP में भीम आर्मी व सुभासपा मिलकर लड़ेंगी 2022 का विधानसभा चुनाव

भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर को भले ही लखनऊ के घंटाघर में चल रहे नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध प्रदर्शन में भाग लेने से रोक दिया गया हो, मगर इसके बावजूद वह अपनी इस यात्रा का अच्छे से इस्तेमाल करते नजर आ रहे हैं.

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Yogendra Mishra
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Chandrashekhar Ravan

चंद्रशेखर आजाद रावण।( Photo Credit : फाइल फोटो)

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भीम आर्मी (Bhim Army) के प्रमुख चंद्रशेखर को भले ही लखनऊ के घंटाघर में चल रहे नागरिकता संशोधन अधिनियम (Citizenship Amendment Act) के विरोध प्रदर्शन में भाग लेने से रोक दिया गया हो, मगर इसके बावजूद वह अपनी इस यात्रा का अच्छे से इस्तेमाल करते नजर आ रहे हैं.

चंद्रशेखर ने सोमवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) से उनके गेस्ट हाउस में मुलाकात की. इस दौरान दोनों ने 2022 का विधानसभा चुनाव भागीदारी संकल्प मोर्चा नामक एक बड़े गठबंधन के हिस्से के रूप में लड़ने का फैसला किया.

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राजभर ने संवाददाताओं से कहा, "सभी दलित, ओबीसी और अल्पसंख्यक इस मोर्चे में एक साथ आएंगे और हम भाजपा (BJP) को हराने की दिशा में काम करेंगे." राजभर ने लोकसभा चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की सरकार से बर्खास्त होने पर भारतीय जनता पार्टी से नाता तोड़ लिया था.

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इस बीच चंद्रशेखर ने लखनऊ के रविदास मंदिर का दौरा किया. उन्होंने परिसर के एक जीर्ण-शीर्ण छात्रावास में रहने वाले दलित छात्रों से मुलाकात भी की. चंद्रशेखर को कड़ी सुरक्षा के बीच मंदिर ले जाया गया. भीम आर्मी के एक स्वयंसेवक ने कहा कि पुलिस केवल यह सुनिश्चित करने के लिए उनके साथ थी कि वह किसी भी सीएए विरोधी प्रदर्शन में भाग न लें.

Citizenship Amendment Act-2019 Bhim Army Chandrashekhar Azad Ravan
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