Advertisment

भोपाल सीट: 1989 के बाद जीत से महरूम रही कांग्रेस, चैंलेंज स्‍वीकार कर फंस गए दिग्विजय सिंह

मध्‍य प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री दिग्‍विजय सिंह कमलनाथ का चैलेंज स्‍वीकार फंस गए हैं. कांग्रेस ने उन्‍हें उस सीट से प्रत्‍याशी बनाया है, जहां से 40 साल तक पंजे को जीत नसीब नहीं हुई.

author-image
Drigraj Madheshia
एडिट
New Update
भोपाल सीट: 1989 के बाद जीत से महरूम रही कांग्रेस, चैंलेंज स्‍वीकार कर फंस गए दिग्विजय सिंह

मध्‍य प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री दिग्‍विजय सिंह

Advertisment

मध्‍य प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री दिग्‍विजय सिंह कमलनाथ का चैलेंज स्‍वीकार फंस गए हैं. कांग्रेस ने उन्‍हें उस सीट से प्रत्‍याशी बनाया है, जहां से 40 साल तक पंजे को जीत नसीब नहीं हुई. शनिवार की रात कांग्रेस ने जो सूची जारी की उसके मुताबिक पार्टी ने वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को भोपाल से उम्मीदवार बनाया है. मध्य प्रदेश में भोपाल को कांग्रेस के लिहाज से सबसे मुश्किल सीटों में गिना जाता है.

यह भी पढ़ेंः  बीजेपी नेता जेपी नड्डा ने 46 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की, उमा भारती नहीं लड़ेंगी चुनाव

कुछ दिन पहले कमलनाथ ने पिछले दिनों कहा था कि दिग्विजय सिंह को कठिन सीट से चुनाव लड़ना चाहिए लिहाजा कमलनाथ द्वारा कही गई बात पर केंद्रीय चुनाव समिति ने भी मुहर लगा दी है. यह वह संसदीय क्षेत्र है जहां लंबे अरसे से कांग्रेस को जीत नहीं मिली है. कमलनाथ से पूछा गया कि भोपाल से चुनाव लड़ाए जाने के फैसले से दिग्विजय सिंह खुश हैं क्या, तो कमलनाथ ने कहा, "यह तो उन्हीं से पूछिए, मगर मैं तो खुश हूं."

यह भी पढ़ेंः सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने जारी की उम्मीदवारों की लिस्ट

दरअसल, भोपाल संसदीय क्षेत्र कांग्रेस के लिए सबसे दूरूह है. भोपाल में वर्ष 1989 के बाद से हुए सभी आठ चुनाव में भाजपा के उम्मीदवारों को जीत मिली है. यहां से सुशील चंद्र वर्मा, उमा भारती, पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी और आलोक संजर चुने जा चुके हैं. वहीं इस संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के अब तक छह सांसद चुने गए उनमें पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा प्रमुख रहे हैं. इसी तरह वर्ष 1967 में जनसंघ और वर्ष 1977 के चुनाव में लोकदल से आरिफ बेग निर्वाचित हुए थे.

यह भी पढ़ेंः Lok sabha election 2019: मशहूर डांसर सपना चौधरी ने ग्रहण की कांग्रेस की सदस्यता

मध्य प्रदेश में लोकसभा की 29 सीटें हैं, जिनमें से 26 पर भाजपा का कब्जा है, तीन स्थानों पर कांग्रेस के सांसद हैं. छिंदवाड़ा से कमलनाथ, गुना से ज्योतिरादित्य सिंधिया और रतलाम से कांतिलाल भूरिया सांसद हैं.

बता दें मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शनिवार को पत्रकारों के लिए आयोजित एक समारोह में यहां कहा, "केंद्रीय चुनाव समिति ने तय कर लिया है कि दिग्विजय सिंह भोपाल से चुनाव लड़ेंगे. इस नाम की मैं घोषणा कर सकता हूं." साथ ही उन्होंने कहा, "दिग्विजय सिंह को इंदौर, जबलपुर अथवा भोपाल से चुनाव लड़ने के लिए कहा गया था अंत में तय हुआ है कि दिग्विजय सिंह भोपाल से चुनाव लड़ेंगे." दिग्विजय सिंह को भोपाल से चुनाव लड़ाए जाने का ऐलान किए जाने के बाद कांग्रेस के भीतर से ही आवाज उठने लगी है कि राज्य की जबलपुर, ग्वालियर, इंदौर, विदिशा आदि वे सीटें हैं जहां से पार्टी को पिछले कई चुनाव से जीत नहीं मिली हैं. यह भी कठिन सीटों की श्रेणी में आती हैं, क्या यहां भी ताकतवर नेता को मैदान में उतारा जाएगा.

बता दें कि दिग्विजय सिंह ने राज्य विधानसभा का अंतिम चुनाव वर्ष 2003 में लड़ा था. इस चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद उन्होंने 10 साल तक कोई चुनाव न लड़ने का ऐलान किया था. उसके चलते उन्होंने अब तक कोई चुनाव नहीं लड़ा है. दिग्विजय सिंह वर्तमान में राज्यसभा सदस्य हैं.

(इनपुट आईएएनएस )

Source : News Nation Bureau

Lok Sabha Election big-boss bhopal general election Digvijay Singh congress list Sapna Chaudhary Sapna Chaudhary New Song Sapna Chaudhary Join Congress Sapna Chaudhary Politics
Advertisment
Advertisment
Advertisment