मध्य प्रदेश के एक कॉलेज परिसर में हिजाब पहनने को लेकर विवाद हो गया, जिसके बाद कॉलेज प्रशासन ने नोटिस जारी कर छात्रों को परिसर में उचित ड्रेस कोड का पालन करने का निर्देश दिया।
दतिया जिले के एक सरकारी कॉलेज में हेडस्कार्फ पहनने को लेकर ताजा विवाद खड़ा हो गया।
कॉलेज में एक छात्रा के बुर्का-हिजाब पहनकर आने पर विवाद शुरू हो गया। इसके बाद आरएसएस की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े छात्रों ने जय श्रीराम के नारे लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की महिला शाखा, दुर्गा वाहिनी के सदस्यों ने मुस्लिम छात्राओं को कॉलेज परिसर में हेडस्कार्फ पहनने की अनुमति देने पर संस्थान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
इसके बाद कॉलेज के प्राचार्य डी.आर. राहुल ने कैंपस में हेडस्कार्फ पर प्रतिबंध लगाने का नोटिस दिया।
कॉलेज के प्राचार्य ने अपने आदेश में कहा, कॉलेज की सभी छात्राओं/लड़कियों को सूचित किया जाता है कि उन्हें किसी विशेष समुदाय के कपड़े या अन्य विशेष पोशाक, जैसे हिजाब आदि में कॉलेज में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सभी छात्राओं को एक सभ्य पोशाक में शिक्षा के इस मंदिर में प्रवेश करना चाहिए।
मध्य प्रदेश के कई कॉलेजों में हिजाब को लेकर विवाद देखा जा रहा है, जबकि राज्य सरकार ने कहा है कि राज्य में हिजाब पर प्रतिबंध लगाने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
दतिया जिले के रहने वाले मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंगलवार को मीडिया को बताया कि उन्होंने जिलाधिकारी को मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।
मिश्रा ने मंगलवार को कहा, मध्य प्रदेश सरकार पहले ही कह चुकी है कि राज्य में बुर्का-हिजाब पर प्रतिबंध लगाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। मैंने दतिया जिला कलेक्टर को इस मामले की जांच करने का निर्देश दिया है कि कॉलेज प्रशासन ने हिजाब पर प्रतिबंध लगाने का आदेश क्यों दिया। मैं अनुरोध करता हूं कि वे ऐसा न करें। इसके बारे में कोई भ्रम पैदा करें।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS