धर्मशाला में निर्वासित तिब्बती समुदाय की केंद्रीय तिब्बतियन प्रशासन ने अमेरिका में पारित विधेयक को तिब्बतियों के लिए अब तक का बड़ा पुरस्कार करार दिया है. धर्मगुरु दलाईलामा के समर्थन में लैंडमार्क बिल पारित हुआ है. जिससे उम्मीद जगी है कि तिब्बत में तिब्बत की वन संपदा, संस्कृति व तिब्बती समुदाय के अधिकारों को मजबूती मिलेगी. अंतरराष्ट्रीय दबाव से तिब्बत में तिब्बत की वन संपदा की रक्षा चीन से हो सकेगी.
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केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (CTA) के अध्यक्ष डॉ. लोबसांग सांगे ने इस निर्णय को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि तिब्बती नीति और समर्थन अधिनियम इस बात को आधिकारिक बनाता है कि अमेरिकी नीति दलाई लामा के पुनर्जन्म के संबंध में निर्णय मौजूदा दलाई लामा (तिब्बती आध्यात्मिक गुरु) की अथॉरिटी के भीतर विशेष रूप से हैं. उन्होंने कहा कि चीनी सरकार के अधिकारियों के किसी भी हस्तक्षेप की परिणिती गंभीर प्रतिबंधों के रूप में होगी और अमेरिका में इसे अस्वीकार्य माना जाएगा. TPSA अप्रोप्रिएशन बिल का हिस्सा था, जिस पर बहस हुई और उसे पारित किया गया.
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सांगे ने एक ट्वीट में कहा कि मैं पिछले पांच दिनों से वाशिंगटन DC में हूं और आखिरकार प्रयासों को फलीभूत होते देखका अच्छा लग रहा है. सांगे ने कहा कि TPSA पास करके, अमेरिकी कांग्रेस ने अपना संदेश जोर शोर से और स्पष्ट रूप से भेजा है कि अमेरिका के लिए तिब्बत एक प्राथमिकता है और वह दलाई लामा और CTA के लिए अपना समर्थन जारी रखेगा. यह तिब्बती लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है.
Source : News Nation Bureau