आंध्र प्रदेश में इन दिनों हिंदुत्व की राजनीति पर चर्चा छिड़ी हुई है. आंध्र प्रदेश में पैसे देकर लोगों का जबरन धर्मपरिवर्तन किया जा रहा है. राज्य के पूर्व सीएम और तेलुगुदेशम पार्टी (TDP) के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने सीएम जगन मोहन रेड्डी को धर्मांतरण के मुद्दे पर घेरा है. नायडू का आरोप है कि जगन की सरपरस्ती में ईसाई धर्मांतरण फल-फूल रहा है। वहीं नायडू ने ईसाई पादरियों को पांच हजार रुपये मानदेय पर भी सवाल उठाए हैं.
न्यूज नेशन की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पैसे देकर लोगों का धर्मपरिवर्तन किया जा रहा है. इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद वीएचपी प्रवक्ता विजय शंकर तिवारी ने कहा कि जो पास्टर जितने लोगों का धर्मांतरण करता है, उसे उतना पद से ऊपर उठाया जाता है. जब से जगन मोहन की सरकार आंध्र प्रदेश में आई है तब से हिंदुओं को लालच देकर धर्म परिवर्तन किया जा रहा है. जस्टिस रविंदर सिंह ने कहा कि हर नागरिक को धर्म चुनने के प्रति स्वतंत्रता है. अगर कोई सरकार किसी एक धर्म को बढ़ावा दे रही है तो ये संविधान के विरुद्ध है. वहीं फादर सोलोमन जॉर्ज ने कहा कि लालच देकर धर्म परिवर्तन किसी भी हालत में नहीं होना चाहिए .
'पादरियों को प्रतिमाह 5 हजार मानदेय दिया गया'
पूर्व मुख्यमंत्री नायडू ने कहा कि संविधान का उल्लंघन करते हुए ईसाई पादरियों को प्रतिमाह 5 हजार रुपये मानदेय दिया गया. चर्च वोट बैंक की राजनीति के केंद्र बन गए हैं. नायडू ने कहा कि एक पुलिस स्टेशन में क्रिसमस समारोह आयोजित किया जाता है. एक उपमुख्यमंत्री भगवान वेंकटेश्वर मंदिर में मेरी क्रिसमस की प्रार्थना करता है.
'क्या हिंदुओं की भावनाएं रखने वाले लोग नहीं'
नायडू ने कहा कि यहां केवल क्या ईसाइयों की ही धार्मिक भावनाएं रखने वाले लोग हैं, क्या हिंदुओं और मुसलमानों में समान भावनाएं रखने वाले नहीं हैं? उन्होंने हाल ही में विजयनगरम स्थित रामातीर्थम मंदिर में क्षतिग्रस्त हुईं मूर्तियों की न्यायिक और सीबीआई जांच की मांग की.
Source : News Nation Bureau