भारत में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) विरोधी प्रदर्शन से जुड़े और विरोध प्रदर्शन की आड़ में दंगे में शामिल लोगों को लेकर बडा खुलासा हुआ है. दंगों में शामिल रहे लोग पाकिस्तान (Pakistan) की खुफिया एजेंसी आईएसआई के विदेशों में बैठे एजेंट्स के संपर्क में थे. पाकिस्तान में बैठकर इस विरोध प्रदर्शन के नाम पर देश विरोधी साजिश भी रची जा रही थी. देश में सीएए विरोधी प्रदर्शन पर आईएसआई की साजिश पर बड़ा खुलासा हुआ है.
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दिल्ली में सीएए विरोधी प्रदर्शन के दौरान पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आतंकी हमले और देश में दंगे कराने की साजिश में जुटी थी और मोहरे थे प्रदर्शन और दंगो में शामिल चेहरे. आईएसआई ने सीएए विरोधी प्रदर्शन की आड़ में 5 साज़िशें रची थी.
- पहली साजिश- सीएए विरोधी प्रदर्शन के दौरान ISI भारत में आतंकी हमले कराना चाहती थी.
- दूसरी साजिश- देशभर में दंगा भड़काकर ISI का हिंदू-मुसलमानों को आपस में लड़ाने का प्लान था.
- तीसरी साजिश- हिंदूवादी नेताओं पर हमले कराना, जिससे कि दंगा फैले. ISI के निशाने पर मुख्य रूप से बीजेपी-आरएसएस के नेता थे.
- चौथी साजिश- ISI चाहती थी कि सीएए विरोधी प्रदर्शन उग्र हो और देशभर में हिंसा फैले.
- पांचवीं साजिश- देश का माहौल खराब हो और इसके लिए शाहीन बाग से शुरू हुए सीएए विरोधी प्रदर्शन को देशभर में फैलाना था.
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इस बात का भी खुलासा हुआ है कि भारत में दंगा करवाने के लिए ISI ने फंडिंग की. कई संगठनों को और दंगे से जुड़े लोगों को पैसा दिया. इसके बाद साजिश के तहत देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन शुरू हुए. साजिश के तहत ही अफवाहें फैलाकर भावनाएं भड़काई गईं और दंगे करवाए गए थे.