अलवर में भगवान जगन्नाथ महाराज की बारात शाम पुराना कटला स्थित मंदिर से शुरू होकर देर रात रूपबास मंदिर में पहुंची जहां मंदिर से भगवान की रथयात्रा को पुलिस कर्मियों द्वारा पुरे राजकीय सम्मान के साथ स्वागत किया गया. इसके बाद भगवान जगन्नाथ की बारात शान के साथ निकाली गई. बारात की रथ यात्रा शुरू होने से पूर्व भगवान जगन्नाथ की आरती जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह राजन विशाल द्वारा की गई. इसके बाद भगवान जगन्नाथ जी को डेढ़ सौ साल पुराने भव्य रथ जिसे इंद्र विमान का नाम दिया हुआ है उसमे विराजमान किया गया.उसके बाद भगवान की रथ यात्रा शुरू हुई.
भगवान जगन्नाथ जी महाराज पुराना कटला मंदिर से रूप बॉस स्थित वरूप हरि महाराज मंदिर में पहुंची जहां दो दिन बाद भगवान जगन्नाथ और जानकी मैया की वरमाला महोत्सव मनाया जायेगा. साथ ही रास्ते में भगवान 51 जगहों पर आरती की गई. सवारी को देखने के लिए जिले और बहार से आये हुए लोगो का हुजूम उमड़ पड़ा और लोग भगवान के दर्शन के लिए काफी घंटे इंतजार करते रहे और भगवान के रथ को देखकर लोग जयकारे लगाते हुए नजर आये इस दौरान कई घंटों तक लोगों ने रथ यात्रा का इंतजार भी किया.
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एक किलोमीटर तक कई तरह की झांकिया और घोड़े दिल्ली और मथुरा से आई इस्कोन व ढोल-ताशा पार्टी, बैंड, पुलिस बैंड धार्मिक झांकियों, सहित कई पानी की प्याऊ और डीजे के आगे लोग बाराती बन नाचते गाते चल रहे थे रथ यात्रा में पट्टे बाजी के भी कई आकर्षण थे रूपबास में ने पांच दिन तक लख्खी मेला भरेगा जहा लाखो लोग मेले में भाग लेंगे और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे.
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HIGHLIGHTS
- भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा पहुंची अलवर
- रथयात्रा में पहुंचा भारी जनसैलाब
- 51 जगहों पर की गई जगन्नाथ की आरती
Source : Ajay Kumar Sharma