भारत और चीन के बीच जारी तनाव के बीच लेह से बड़ी खबर सामने आई है. लेह में मिसाइलों से लेस सभी पांच राफेल विमान उड़ान भर रहे हैं. यह पहली बार है जब राफेल विमान ने फुली लोडेड होकर एलएसी के नजदीक उड़ान भरी है. इसे भारत की युद्ध के लिए बड़ी तैयारी के रूप में देखा जा रहा है. राफेल को 10 सितंबर को ही वायुसेना में औरचारिक रूप से शामिल किया गया है.
यह भी पढ़ेंः PM मोदी से राष्ट्रपति, CJI से लेकर विपक्षी नेताओं सहित 10 हजार भारतीयों की जासूसी करा रहा चीन
भारत और चीन से बीच एलएसी पर हालात लगातार तनाव होते जा रहे हैं. 29-30 अगस्त को चीन ने पैंगोंग त्सो इलाके में घुसपैठ की कोशिश की लेकिन भारतीय सेना ने उसके मंसूबों पर पानी फेरते हुए वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चुशुल के पास पैंगोंग त्सो के दक्षिणी तट पर रिज लाइन की टेक्टिकल हाइट्स पर कब्जा कर लिया. इसके बाद चीन ने गुरुंग हिल और मागर हिल के बीच में स्थित स्पंगुर गैप में चीनी पीपल्स लिबरेशन आर्मी ने उत्तेजक सैन्य तैनाती की है. सूत्रों का कहना है कि चीनी सेना की टुकड़ियों को देखते हुए, भारतीय सेना ने भी स्पंगुर गैप में सैनिकों की तैनाती की है. इसके बाद दोनों देशों की सेना और बंदूकें शूटिंग रेंज में हैं.
यह भी पढ़ेंः दिल्ली हिंसा: स्पेशल सेल ने JNU के पूर्व छात्र उमर खालिद को किया गिरफ्तार
चीन ने तैनात किया मिलिशिया स्क्वॉड
सूत्रों के मुताबिक चीन ने इस इलाके में मिलिशिया स्क्वॉड को तैनात किया है. दरअसल चीन की सेना भारतीय सेना के कब्जे में गए इलाके को हटाना चाहती है. मिलिशिया स्क्वॉड में पर्वतारोही, मुक्केबाज, स्थानीय फाइट क्लबों के सदस्य और अन्य लोग शामिल होते हैं. इसके अधिकांश लोग स्थानीय आबादी के ही होते हैं. भारतीय जवानों ने जिन इलाकों पर कब्जा किया है, उसे ग्रे जोन कहा जाता है और इस पर दोनों ही देश अपना दावा करते हैं. अब तक इस पर किसी का कब्जा नहीं था. भारतीय जवानों ने अब इन चोटियों पर कब्जा कर लिया है. इससे चीन बुरी तरह से बौखला गया है.
Source : News Nation Bureau