अगर आज देश की राजनीति में सबसे ताकतवर और शक्तिशाली नेता की बात की जाए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम सबसे ऊपर आएगा. लेकिन क्या आपने सोचा है कि पीएम मोदी इतने ताकतवर नेता कैसे बन गए? कैसे पीएम मोदी देश ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे ताकतवर नेताओं की लिस्ट में शामिल हो गए. आज हम आपको बताएंगे कि आखिर ये सब कैसे हुआ? नरेंद्र मोदी कैसे इतने ताकतवर नेता बने, इस पर विस्तार से चर्चा करने के लिए हमें उनके राजनीतिक करियर, उनकी नेतृत्व शैली, और उनकी पार्टी के साथ उनके संबंधों का मध्यान्तर करने की आवश्यकता है.
राजनीतिक करियर की शुरुआत: नरेंद्र मोदी का राजनीतिक करियर गुजरात पॉलिटिक्स से शुरू हुआ. वह गुजरात में राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में अपनी छवि को बनाया और 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में निर्वाचित हुए.
नेतृत्व शैली: पीएम मोदी की मजबूत और नेतृत्वीय शैली उन्हें एक प्रभावशाली नेता बनाई. उनकी कठोरता, निष्ठा, और कार्यशीलता का विशेष रूप से महत्व है जो उन्हें उनके समर्थनकर्ताओं का भरोसा जीतने में मदद किया.
विकास के लिए प्रतिबद्धता: पीएम ने विकास को अपनी प्राथमिकता बनाया और उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद, विकास-केंद्रित नीतियों को अपनाया. उनका स्लोगन 'सबका साथ, सबका विकास' देश की जनता के बीच उन्होंने एक भरोसा और समर्थन जीतना, जिसके बाद वो लोगों के दिलों में बस गए.
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अच्छे शासन का प्रयास: मोदी सरकार ने कई ऐसी नीतियां लागू की हैं जो भारत के विकास और प्रगति को बढ़ावा देने में मदद कर रहा है. उनका कठोर संज्ञान और कार्रवाई लेने की क्षमता उन्हें लोगों के बीच लोकप्रिय बनाया.
सामर्थ्य की परीक्षा: मोदी सरकार ने कई महत्वपूर्ण और विवादास्पद निर्णय लिए हैं, जिनमें नोटबंदी, धारा 370 और जीएसटी शामिल हैं. ये निर्णय उनकी साहसिकता को परीक्षित करने के लिए रहे हैं.
इन कारणों से, नरेंद्र मोदी ने अपनी कठिन परिश्रम और नेतृत्वीय क्षमता के माध्यम से भारतीय राजनीति में एक प्रमुख और ताकतवर नेता के रूप में अपनी पहचान बनाई है. उनके निरंतर प्रयासों से वे देश को विकास और समृद्धि की ओर अग्रसर कर रहे हैं.
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Source : News Nation Bureau