पंजाब में दक्षिणपंथी नेताओं की लगातार हो रही हत्या के मामले में बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है।
पंजाब में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अधिकारियों और धार्मिक नेताओं की हत्या के पीछे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के हाथ होने के सबूत मिले हैं। आईएसआई की योजना पंजाब को सांप्रदायिक हिंसा की आग में धकेलने की थी।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अमित अरोड़ा, दुर्गादास गुप्ता, जगदीश गंगनेजा, अमित शर्मा, सतपाल , रमेश कुमार, सुल्तान मसीह और रविंदर गोसाई की हत्या के पीछे की साजिश का खुलासा करते हुए कहा, 'इन हत्याओं के पीछे का मकसद पंजाब में सांप्रदायिक दंगों को भड़काना था जो आईएसआई की भारत विरोधी साजिश का हिस्सा है।'
सिंह ने कहा, 'कई देशों में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई इस तरह की साजिश कर रहा है।'
वहीं पंजाब के पुलिस महानिदेश ने कहा, 'आईएसआई का कनेक्शन और हथियारों की सप्लाई के मामले में अपराधियों के गिरोहों का गठजोड़ पहले से ही साबित हो चुका है। वह हमारे युवाओं को कट्टरपंथी बना रहे हैं, यह बात भी किसी से छिपी नहीं है।'
पंजाब: RSS कार्यकर्ता के बाद हिंदू संगठन नेता की हुई हत्या
गौरतलब है कि हाल ही में पंजाब के लुधियाना के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ नेता रविंदर गोसाई की दिन दहाड़े हत्या कर दी गई थी। गोसाई की हत्या के पहले भी भी पंजाब में दक्षिणपंथी और धार्मिक संगठनों से जुड़े नेता की हत्या होती रही है।
गोसाई की हत्या को मिलाकर देखा जाए तो 2016 के बाद से राज्य में इस तरह की यह आठवीं हत्या थी। इसी साल जून महीने में पुरोहित सुल्तान मसीह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने गोसाई की हत्या के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
वहीं फरवरी महीने में दो अज्ञात बंदूकधारियों ने डेरा सच्चा सौदा के दो समर्थकों की गोली माकरक हत्या कर दी थी। दोनों की हत्या का तरीका समान ही था। इन सभी को करीब से गोली मारी गई थी।
जनवरी महीने में हिंदू संगठन हिंदू ताकत के नेता अमित शर्मा की ऐसे ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। शर्मा की भी हत्या लुधियाना में की गई थी।
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HIGHLIGHTS
- पंजाब में संघ के अधिकारियों और धार्मिक नेताओं की हत्या के पीछे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के हाथ होने के सबूत मिले हैं
- आईएसआई की योजना पंजाब को सांप्रदायिक हिंसा की आग में धकेलने की थी
Source : News Nation Bureau