दिल्ली में हुए दंगों में भारत के मोस्ट वांटेड भगोड़े, इस्लामिक प्रचारक और कट्टरपंथी जाकिर नाइक का कनेक्शन सामने आया है. दिल्ली पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि दिल्ली दंगों का एक आरोपी दंगों से पहले जाकिर नाइक से मिला था. दिल्ली दंगों का एक आरोपी खालिद सैफी विदेश में जाकर जाकिर नाईक से मिला था. इस बात का खुलासा पासपोर्ट से हुआ है. खालिद सैफी को दिल्ली पुलिस ने ताहिर हुसैन के साथ दंगों की फंडिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था.
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गौरतलब है कि फरवरी के अंतिम सप्ताह में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए सांप्रदायिक दंगों में 52 से अधिक लोग मारे गए थे. दिल्ली हिंसा के बाद ताहिर हुसैन की भूमिका संदिग्ध पाई गई थी, क्योंकि उसके घर से पुलिस को कई पेट्रोल बमों के साथ-साथ तेजाब बरामद हुए थे. पूर्वोत्तर दिल्ली के खजूरी खास इलाके में स्थित उसके घर का इस्तेमाल हिंसा के दौरान पथराव करने और पेट्रोल बम फेंकने के लिए हुआ था.
2 जून को दिल्ली पुलिस ने इस सिलसिले में दो आरोपपत्र दायर किए थे. ईडी दिल्ली दंगों में फंडिंग और आय के उस स्रोत की जांच कर रही है, जो हुसैन को कथित तौर पर दिल्ली में हिंसा भड़काने के लिए मिला था. अब जाकिर नाइक के साथ खालिद सैफी के कनेक्शन के बाद जांच एजेंसी को कई और खुलासे होने की उम्मीद है.
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बता दें कि जाकिर नाइक मुंबई का है और वह एक इस्लामिक उपदेशक और प्रचारक है. नाइक इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरपी) और पीस टीवी का संस्थापक हैं, जो सऊदी अरब से उर्दू और अंग्रेजी में प्रसारित एक इस्लामिक टीवी चैनल है. वह कई स्थानीय कट्टरपंथी इस्लामिक संगठनों जैसे दक्षिण कर्नाटक सलाफी आंदोलन और अल-लिसान इस्लामिक फाउंडेशन से भी जुड़ा है. भारत के मोस्ट वांटेड भगोड़े, इस्लामिक प्रचारक और कट्टरपंथी जाकिर नाइक वर्तमान में मलेशिया में रह रहा है, वह अब भी कट्टरपंथी इस्लामी गतिविधियों के प्रचार में लगा हुआ है. इसके अलावा वह खाड़ी में अमीर लोगों से अपने संपर्कों के जरिए धन इकट्ठा कर रहा है, जो उसकी गतिविधियों का समर्थन कर रहे हैं.
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