मोदी सरकार के मेक इन इंडिया कैंपेन को एक बड़ा झटका लगा है। सेना ने देश में बनी असॉल्ट राइफल एक्स-कैलिबर को खारिज कर दिया है और ऐसा लगातार दूसरे साल हुआ है।
बता दें कि इस राइफल को एके-47 और इसांस की जगह इस्तेमाल किया जाना था लेकिन सेना ने इसे रिजेक्ट कर दिया है। दरअसल असॉल्ट राइफल में कुछ ख़ामियों के चलते सेना ने इसे खारिज कर दिया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक इस राइफल में कुछ कमियां हैं जैसे यह तेजी से झटका देती है, तेज आवाज़ करती है इसकी चमक भी सेना ने एक समस्या बताई है।
मेक इन इंडिया कार्यक्रम के तहत् यह असॉल्ट राइफल इशापुर की फैक्ट्री में बने थे। इससे पहले भी सेना ने एक्स कैलिबर नाम की इस राइफल को पिछले साल खारिज कर दिया था।
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ख़बरों के मुताबिक 5.56 एमएम की एक्स-कैलिबर सेना के फायरपावर जरुरत पर खरी नहीं उतरती है। 'एक्स-कैलिबर को फिलहाल इस्तेमाल की जा रही 5.56 एमएम की इंसास राइफल का संभावित विकल्प माना जा रहा है लेकिन परीक्षण के दौरान कई खमियां मिलने से इंतजार और बढ़ गया है।'
सेना एके 47 और इंसास राइफल को 1988 से इस्तेमाल कर रही है। यह सेना को बॉर्डर पर दुश्मनों से निपटने में काफी मदद करते हैं, इनकी जगह उच्च मारक क्षमता वाली एक्स कैलिबर को इस साल सेना में शामिल करना था जिसे देश में ही बनाया गया था।
भारत हर साल 70 फीसदी हथियार सेना के लिए आयात करती है। मोदी सरकार की कोशिश एक दशक के अंदर सेना के आधुनिकीकरण पर करीब 250 अरब डॉलर खर्च करने की है।
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Source : News Nation Bureau