बिहार के अररिया लोकसभा सीट पर रविवार को हुए उपचुनाव में कुल 57 फीसदी वोटिंग हुई। वहीं दो विधानसभा सीटों जहानाबाद में कुल 54.03% और भभुआ में 50.06% मतदान हुए।
राज्य के चुनाव अधिकारी ने कहा कि सभी सीटों पर उपचुनाव काफी शांतिपूर्ण रहा।
अररिया लोकसभा उपचुनाव सत्ताधारी जनता दल यूनाईटेड (जेडीयू) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) गठबंधन के लिए 2019 लोकसभा चुनाव से पहले सेमीफाइनल मुकाबला माना जा रहा है।
इन उपचुनावों के नतीजे 14 मार्च को आएंगे। अररिया में आरजेडी के सरफराज आलम और बीजेपी के प्रदीप सिंह मैदान में थे। बता दें कि अररिया लोकसभा सीट आरजेडी सांसद मो तसलीमुद्दीन के निधन के बाद खाली हुई थी।
प्रदीप सिंह 2009 में इसी सीट से सांसद चुने गए थे, वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे थे।
वहीं जहानाबाद विधानसभा सीट के लिए मुकाबला आरजेडी के उदय यादव और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के अभिराम शर्मा के बीच है। आरजेडी इस विधानसभा सीट को फिर से पाना चाहेगी, क्योंकि आरजेडी विधायक मुंद्रिका यादव के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी।
वहीं भभुआ विधानसभा में बीजेपी अपनी सीट पर कब्जा करने को लेकर आशान्वित है। बीजेपी विधायक आनंद भूषण पांडे के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी। पार्टी ने आनंद की पत्नी रिंकी रानी को उपचुनाव में उतारा था जिनका सीधा मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी शंभू नाथ सिंह पटेल से है।
उपचुनाव के परिणाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए प्रतिष्ठा का विषय बनी हुई है क्योंकि जेडीयू ने पिछले साल ही महागठबंधन से नाता तोड़कर बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली थी।
और पढ़ें: पकौड़ा बेचने को रोजगार बताना घाव पर नमक छिड़कने जैसा: चिदंबरम
Source : News Nation Bureau