2019 के आम चुनावों से पहले बिहार के सीएम नीतीश कुमार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के गठबंधन के भविष्य को लेकर आज (शनिवार) को पार्टी के पदाधिकारियों की बैठक में शामिल होंगे।
रविवार को पटना में होने वाली पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से पहले इस बैठक को बीजेपी के साथ के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है। इस बैठक में नीतीश आागामी लोकसभा चुनावों से पहले कई मुद्दों पर पार्टी का रुख सामने रख सकते हैं।
इससे पहले राजनीतिक गलियारों में लगातार बीजेपी-जेडीयू के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर विवाद की बात कही जा रही है। ऐसे में उन अटकलों को लगातार जोर मिल रहा है जिसमें जेडीयू का बीजेपी छोड़ महागठबंधन में शामिल होने की बात कही जा रही है।
आपको बता दें कि जहां राष्ट्रीय कांग्रेस ने कई मौकों पर जेडीयू को महागठबंधन में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है वहीं आरजेडी प्रमुख लालू यादव के बेटे तेजस्वी ने गठजोड़ बहाल करने की बात को खारिज किया है।
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गौरतलब है कि जेडीयू के कई नेताओं ने बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए में 2013 से पहले वाली स्थिति बहाल करने की मांग की है।
लेकिन साल 2014 के लोकसभा चुनाव में उम्दा प्रदर्शन के बाद बीजेपी की जड़ें राज्य में मजबूत हुई है जिसे देखते हुए बीजेपी एक बार फिर से नीतीश को ज्यादा सीटों पर लड़ने का मौका नहीं देना चाहती।
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से 22 सीटें जीती थी। वहीं रामविलास पासवान की लोकजनशक्ति और उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएसपी ने छह और तीन सीटों पर जीत हासिल की थी। जेडीयू को मात्र दो सीटों पर जीत मिल पाई थी।
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Source : News Nation Bureau