बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नोटबंदी पर सवाल उठाने के बाद नमामि गंगे परियोजना को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
केंद्र पर फिर से हमलावर हुए नीतीश कुमार ने नमामि गंगे परियोजना पर सवाल खड़े कर दिए और कहा कि गंगा में गाद को हटाए बिना न तो निर्मलता आ सकती है और न ही अविरलता।
नीतीश कुमार ने रविवार को पटना में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि अगर गंगा के जल में जमी गाद को नहीं हटाया गया तो केंद्र सरकार की राष्ट्रीय जलमार्ग-1 कभी सफल नहीं हो सकती है।
राष्ट्रीय जलमार्ग 1 (NW-1) गंगा नदी पर हल्दिया और वाराणसी के बीच जलमार्ग परियोजना है। नीतीश कुमार 'ईस्ट इंडिया क्लाइमेट चेंज कॉन्क्लेव 2018' में संबोधन के दौरान यह बोल रहे थे।
बिहार में गंगा नदी में गाद की समस्या को लेकर नीतीश कुमार ने कहा कि जब तक इस मुद्दे का समाधान नहीं होगा राष्ट्रीय जलमार्ग का समाधान नहीं हो सकता।
नीतीश कुमार ने कहा, 'गंगा की अविरलता और निर्मलता दोनों प्रभावित हुई है। इसके लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया है। इसके लिए एक विशेषज्ञ कमिटी बनाई गई है।'
उन्होंने कहा कि बिहार में कई जगहों पर गंगा नदी में काई जम गई है। बेगूसराय जिले में गंगा का पानी काला हो गया है।
बता दें कि नीतीश कुमार पिछले कुछ समय से इस मुद्दे को लगातार उठा रहे हैं।
और पढ़ें: बिहार: मैट्रिक परीक्षा की गायब हुई 42,000 कॉपियां कबाड़ी की दुकान से बरामद, 8,500 रुपये में बेची गई थी सभी कॉपियां
नीतीश कुमार ने इस समस्या पर एक उदाहरण देते हुए कहा कि इसी साल जनवरी महीने में IWAI का कार्गो वेसल जहाज बक्सर जिले में गंगा नदी के रामरेखा घाट के नजदीक फंस गया था। वहीं इसको निकालने के लिए जो जहाज भेजा गया वह भी 10 किलोमीटर पहले ही फंस गया।
नीतीश कुमार ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पर पलटवार भी किया है।
नीतीश कुमार ने इस कार्यक्रम में शामिल केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ हर्षवर्धन को कहा कि इस मुद्दे को वे कैबिनेट में साथी नितिन गडकरी के पास ले जाए।
नितिन गडकरी ने कहा था कि बिहार में राज्य सरकार की लापरवाही के कारण 2 लाख करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं के फंसी हुई हैं।
और पढ़ें: बिहार-झारखंड समेत कई राज्यों में भारी बारिश की आशंका, रहें अलर्ट
Source : News Nation Bureau