बिहार के पूर्णिया जिले में खतरनाक हथियारों की बड़ी खेप को पकड़ने में पुलिस को सफलता हाथ लगी है. अवैध हथियारों के तस्करों से पुलिस ने 3 एके 47 रायफल के साथ भारी मात्रा में जिंदा कारतूस भी बरामद किया है. रिपोर्ट के मुताबिक पूर्णिया जिला के बायसी क्षेत्र में जब बिहार पुलिस की टीम ने पश्चिम बंगाल की तरफ से आ रहे एक सफारी गाड़ी को रोका तो उसमें सवार सभी आरोपी भागने लगे. पुलिस ने उन्हें खदेड़ कर पकड़ा और जब गाड़ी की तलाशी ली तो सन्न रह गए.
गाड़ी की तलाशी लेने पर पहले तो पुलिस को 9.96 एमएम की 600 बंदूक की गोलिया बरामद हुई. लेकिन पुलिसवालों के उस वक्त हो उड़ गए जब आरोपियों की निशानदेही पर गाड़ी की सीट को उखाड़ कर तलाशी ली गई तो 3 एके 47 जैसे खतरनाक बूंदक के अलावा दो यूबीजीए लॉन्चर और 1200 गोलियां बरामद की गई.
रिपोर्ट के मुताबिक इन आरोपियों को दो दिन पहले 7 फरवरी को ही गिरफ्तार किया गया था और उस वक्त कोई हथियार नहीं मिला था. जब पुलिस ने बेहद कड़ाई से इनसे पूछताछ की तो इनकी निशानदेही पर टाटा सफारी गाड़ी के पूर्जे-पूर्ज को अलग किया गया और उसमें बने तहखाने से गोलियां और बंदूक बरामद हुई. हथियार और कारतूस गाड़ी की छत और सायलेंसर में छिपा कर रखे गये थे.
फिलहाल पुलिस पकड़े गए सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है और जानकारी जुटा रही है कि सीमांचल में इतने बड़े पैमाने पर इस तरह के खतरनाक हथियारों की खेप क्यों लाई गई थी और इसका मकसद क्या था. हालांकि शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक बताया जा रहा है कि इन हथियारों को पूर्णिया के रास्ते आरा में किसी अपराधिक संगठन को बेचने के लिए ले जाया जा रहा था.
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि इन हथियारों की सप्लाई आरा में मुकेश सिंह और संतोष सिंह नाम के व्यक्ति को होनी थी.
Source : News Nation Bureau